सुकमा

पुलिस की गोली हो या माओवादियों की मरता सिर्फ आदिवासी है

विधायक कवासी लखमा ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज हमारा आदिवासी समाज खतरे में है।

सुकमाSep 07, 2018 / 10:25 am

Badal Dewangan

पुलिस की गोली हो या माओवादियों की मरता सिर्फ आदिवासी है

सुकमा. फुलबगड़ी पंचायत में कांग्रेसियों का कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किया गया था। छग विस उपनेता प्रतिपक्ष कोंटा विधायक कवासी लखमा को ढ़ोल बाजे के साथ कांग्रेसी कार्यकर्ताओं व ग्रामीणों द्वारा जोशिला स्वागत किया गया। विधायक कवासी लखमा ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज हमारा आदिवासी समाज खतरे में है।

माओवादियों की गोलियां चलने पर अगर कोई मरता है तो वह सिर्फ आदिवासी
फर्जी मुठभेड़ केस में फंसाकर हमारे आदिवासियों को जबरदस्ती जेलों में ठूंसा जा रहा है। हजारों की संख्या में आदिवासी पलायन कर रहे हैं। जिन्हें रोकने का प्रयास रमन सरकार न कोई संगठन कर रहे हैं। आज चाहे पुलिस की गोलियां या माओवादियों की गोलियां चलने पर अगर कोई मरता है तो वह सिर्फ आदिवासी।

हमारे जिले में अब तक मोबाईल फोन वितरण नहीं
आज पूरे छत्तीसगढ़ में जनता के पैसे से 55 लाख परिवारों को स्काई योजना के तहत मोबाईल फोन वितरण किया जा रहा है। मगर हमारे जिले में अब तक मोबाईल फोन वितरण नहीं किया गया है। सुकमा जिला क्या छत्तीसगढ़ राज्य में नहीं आता है। जो यहां के लोगों को अब तक मोबाईल फोन दिया गया है। जहाँ जहाँ मोबाईल फोन बंटे हैं उनमें से अधिकांश लोगों के मोबाईल फोन फटने की शिकायत आ रही है। अगर हमारे जिले में फर्जी मोबाईल फोन वितरण किया तो उग्र प्रदर्शन होगा।

जमीन को देश के बड़े बड़े उधोगपतियों को बेचने की साजिश
जिला पंचायत अध्यक्ष कवासी हरीश ने कहा कि मोदी व रमन सरकार हमारे जल जंगल जमीन को देश के बड़े बड़े उधोगपतियों को बेचने की साजिश कर रही है। अगर लोकसभा में राहुल गांधी ने भूमि अधिग्रहण बिल का विरोध नहीं किया होता तो आज हमें हमारी जमीन से बेदखल कर दिया जाता।

मोदी सरकार कहती है पकोड़े तलकर बेचे
आज बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने की बजाय रमन सिंह की सरकार शराब बेचने में मस्त है। युवा पीढ़ी को नशे की गिरफ्त में डालने का काम कर रही है। युवा ग्रेजुएट व अन्य डिग्री हासिल कर बैठे हैं, पर उन्हें मोदी सरकार कहती है पकोड़े तलकर बेचें, पान ठेला खोलकर बेचें, वही आपका रोजगार है।

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