छत्तीसगढ़ के सुकमा पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करने का दावा किया है। एक लाख के तीन इनामी सहित चार नक्सलियों के सरेंडर करने की बात पुलिस कह रही है। पुलिस ने सभी नक्सलियों पर संगीन वारदातों में शामिल होने का आरोप लगाया है। वहीं पुलिस नक्सलियों की खोखली विचारधारा और अत्याचार से त्रस्त होकर आत्मसमर्पण करने की बात पुलिस कह रही है। एएसपी शलभ सिंह के सामने सभी नक्सलियों ने सरेंडर किया है।
पकडे गए नक्सलियों में मिलिशिय कमांडर वेट्टी मल्ला, मिलिशिय कमांडर सोडी लच्छा, डीएकेएमएस अध्यक्ष मुडाम हुर्रा उर्फ सुनिल के ऊपर तीन लाख का इनाम घोषित था,मिलिशिय सदस्य रवा हुंगा आत्मसमर्पण करने आये नक्सलियों में सबसे कम उम्र का है और उसके ऊपर किसी तरह का कोई इनाम घोषित नहीं है ।
आतमससमर्पण करने वाले नक्सली वेटटी मल्ला वर्ष 2001 से नक्सली संगठन से जुड़कर थाना पोलमपल्ली क्षेत्र अंतर्गत पुलिस पार्टी का राशन सामाग्री लुटने, पुलिस कर्मी एवं ग्रामीणों को अहरण कर हत्या एवं आईईडी प्लांट करने की घटनाओं में शमिल रहा।
उसे गिरफ्तार करने के लिए न्यायालय द्वारा कुल 31 स्थाई वारंट जारी किया गया था।बाकी तीनो नक्सली भी विभिन्न नक्सली गतिविधियों में संलिप्त रहे। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों ने पुलिस को कई महत्वपूर्ण जानकारियां भी दी है जिसके आधार पर पुलिस भविष्य की रणनीति बनाएगी।
आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों को नक्सल उन्मूलन एवं छत्तीसगढ़ शासन की पुर्नवास योजना के तहत नियमानुसार सहायता प्रदान किया जाऐंगा।