गांव के ग्रामीण परिवार पीने के पानी के साथ अन्य उपयोग के लिए नदी नालों पर निर्भर हैं। नदी में रेत को खोदकर गड्डा बनाकर उससे फिल्टर होकर निकलने वाले पानी को बर्तन में भरकर घर लाकर पीने के लिए उपयोग करने को मजबूर हैं। इस पानी को शुद्ध नहीं कही जा सकता। एक प्रकार से बीमारी को सीधा न्यौता देना है।
प्रस्ताव भेजा गया -कलेक्टर
सुकमा कलेक्टर चन्दन कुमार ने कहा कि ब्लाक मुख्यालय छिंदगढ में पानी की समस्या को लेकर जिला प्रशासन गम्भीर है। शासन स्तर पर प्राकलन के साथ प्रस्ताव भेजा गया है। स्वीकृति के लिए हर सम्भव प्रयास किया जा रहा है। जल्द ही पानी की समस्या का निदान होगा ।
प्रयास हो रहा – सरपंच
ग्राम पंचायय छिंदगढ की सरपंच सजना नेगी ने कहा कि नल जल से समय पर सबको पानी देने की कोशिश करते हैं। फिर भी कई पारो तक पानी नहीं पहुच पा रहा है। पानी को लेकर कोई बड़ी योजना बनेगी तब ही समस्या का निदान होगा। पंचायत स्तर पर लगातार प्रयास हो रहे हैं।