यह था पूरा मामला कादीपुर थाना क्षेत्र के सूरापुर चौकी क्षेत्र में गेहूं से भरा एक ट्रक अवैध तरीके से ले जाते हुए पुलिस ने पकड़ा है। प्रथम दृष्टया जांच में सार्वजनिक वितरण प्रणाली का गेहूं होने की बात कही गई थी। इसके पीछे तर्क दिया गया था कि पूरा स्टॉक सरकारी बोरियों में मौजूद है, जिसमें 65 किलो प्रति बोरी गेहूं भरा हुआ है। एसडीएम कादीपुर ने इसकी जांच के लिए जिला आपूर्ति विभाग का सहयोग लिया, जिस पर दो पूर्ति निरीक्षकों की संयुक्त टीम कादीपुर रवाना की गई। इसके अलावा मंडी सचिव अजय प्रताप सिंह के निर्देश पर निरीक्षक हीरालाल यादव मौके पर पहुंचे। जांच पड़ताल के दौरान यह पाया गया कि कारोबारी के पास कोई लाइसेंस नहीं है। वह किसानों से गेहूं खरीदता है। सूत्रों की मानें तो अनाज इस तरह उत्तर प्रदेश के बाहर भेजा जा रहा है। ऐसा ही कारनामा अन्य व्यापारी भी कर रहे हैं। सच उजागर होने के बावजूद प्रशासन ठोस कार्रवाई से गुरेज कर रहा है।
मंडी सचिव अजय प्रताप सिंह ने बताया कि कारोबारी अवैध है। उसके पास कोई मंडी का वैध लाइसेंस नहीं है। जांच पड़ताल में इसकी पुष्टि हुई है। कार्रवाई के लिए डीएम की अनुमति मांगी गई है। जिलाधिकारी के निर्देश के अनुसार ही अगला कदम उठाया जाएगा, ऐसे में कई अन्य कारोबारियों के भी इस धंधे में शामिल होने की बातें कही जा रही हैं। इस सम्बंध में जिलापूर्ति अधिकारी सजंय प्रसाद ने बताया कि सरकारी आनाज को पकड़े गए लोगों द्वारा पश्चिम बंगाल ले जाया जा रहा था। कादीपुर कोतवाली में मुकदमा पंजीकृत करा दिया गया है। पकड़े गए आरोपियों को पुलिस जेल भेज रही है।
मंडी सचिव अजय प्रताप सिंह ने बताया कि कारोबारी अवैध है। उसके पास कोई मंडी का वैध लाइसेंस नहीं है। जांच पड़ताल में इसकी पुष्टि हुई है। कार्रवाई के लिए डीएम की अनुमति मांगी गई है। जिलाधिकारी के निर्देश के अनुसार ही अगला कदम उठाया जाएगा, ऐसे में कई अन्य कारोबारियों के भी इस धंधे में शामिल होने की बातें कही जा रही हैं। इस सम्बंध में जिलापूर्ति अधिकारी सजंय प्रसाद ने बताया कि सरकारी आनाज को पकड़े गए लोगों द्वारा पश्चिम बंगाल ले जाया जा रहा था। कादीपुर कोतवाली में मुकदमा पंजीकृत करा दिया गया है। पकड़े गए आरोपियों को पुलिस जेल भेज रही है।