सद्भावना एक्सप्रेस में अचेत अवस्था में एक यात्री के मिलने से हड़कंप मच गया। परिचालन विभाग ने जीआरपी को यात्री को उतारने के लिए मेमो भेजा। इसे नजरअंदाज करते हुए जीआरपी ने 1 घंटे तक यात्री को नहीं उतारा। इससे उसकी ट्रेन में ही मौत हो गई।
समय पर मदद न मिलने से ट्रेन में युवक की मौत से मचा हड़कम्प
आनंद विहार से रक्सौल जा रही सद्भावना एक्सप्रेस शुक्रवार की सुबह करीब 6:10 पर सुल्तानपुर जंक्शन पर पहुंची। यात्रियों ने परिचालन अधिकारियों को एक मुसाफिर के बेहोश होने की सूचना दी। यात्रियों के अनुसार मृतक यात्री नई दिल्ली से रक्सौल की तरफ जा रहा था। उसकी जेब में आधार कार्ड भी मिला। ट्रेन में यात्री के बेहोश होने की खबर पाकर स्टेशन अधीक्षक के निर्देश पर यात्री को उतारने के लिए जीआरपी के लिए मेमो जारी हुआ था लेकिन समय पर मदद न मिलने से उसकी मौत हो गई।
दोषी पाए जाने पर की जाएगी कड़ी कार्रवाई
इसके बाद रेलवे स्वास्थ्य विभाग की तरफ से चिकित्सक बुलाया गया, इसमें यात्री के मृत होने की पुष्टि की गई। उधर एसपी जीआरपी सौमित्र यादव ने बताया कि लंबे समय तक ट्रेन में यात्री का पड़े रहना और उसे नहीं उतारा जाना गंभीर अपराध है। पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच कराई जा रही है। दोषी मिलने पर थाना प्रभारी समेत अन्य पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।