इस लोकसभा सीट पर इस बार दो बड़ी पार्टियों के दिग्गजों के बीच मुकाबला काफी दिलचस्प रहने वाला है
यूपी की इस वीआईपी सीट पर 13 बार जीती कांग्रेस, 2019 में कमल खिलाने की कोशिश में बीजेपी
अमेठी. अमेठी संसदीय सीट को नेहरू गांधी परिवार का गढ़ माना जाता है। 2004 से राहुल गांधी अमेठी के सांसद हैं। उनसे पहले इस सीट से सोनिया गांधी और स्वर्गीय संजय गांधी के अलावा पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी भी चुने जाते हैं। ज्यादातर मुकाबलों में कांग्रेस को इस सीट पर एकतरफा जीत मिली है, लेकिन 2014 के आम चुनावों की तरह इस बार भी यहां कांटे की टक्कर मानी जा रही है। पिछले चुनाव में भले ही राहुल गांधी करीब एक लाख वोटों से जीत हासिल करने में सफल रहे थे, लेकिन बीजेपी प्रत्याशी स्मृति ईरानी ने उन्हें कांटे की टक्कर दी थी। सपा-बसपा गठबंधन ने यहां प्रत्याशी न उतारने की घोषणा की है। ऐसे में अमेठी में इस बार भी राहुल का मुकाबला स्मृति से होगा, जो चुनाव हारने के बाद से अब तक लगातार संसदीय क्षेत्र में सक्रिय हैं। इस हाईप्रोफाइल मुकाबले पर सभी की नजर है।
अमेठी लोकसभा सीट पर अब तक हुए चुनावों में 13 बार कांग्रेस पार्टी को जीत हासिल हुई है, इनमें राहुल गांधी लगातार तीन बार सांसद रहे। एक-एक बार सोनिया गांधी और स्वर्गीय संजय गांधी भी अमेठी से जीतकर लोकसभा चुनाव पहुंचे। अमेठी सीट से सबसे ज्यादा बार पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी सांसद चुने गये। इस सीट से सिर्फ एक बार भारतीय जनता पार्टी को जीत हासिल हुई है। 1998 में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर डॉ. संजय सिंह ने जीत हासिल की थी। इनके अलावा एक बार जनता पार्टी (1977) के रवींद्र प्रताप सिंह विजयी हुए हैं।