अमेठी में स्मृति ईरानी के करीबी की गोली मारकर हत्या, जानें- पूरा मामला
मामला जामो थाना क्षेत्र के अमर बोझा-बरौलिया गांव का है। यहां के रहने वाले नरेंद्र बहादुर सिंह ने बीते 25 मई की रात हुई अपने छोटे भाई सुरेंद्र प्रताप सिंह की हत्या के संबंध में मुकदमा दर्ज कराया। आरोप के मुताबिक, घटना की रात उसके भाई पूर्व प्रधान सुरेंद्र प्रताप सिंह घर के बरामदे में सोये हुए थे। पास में भतीजा अभय व अनुराग भी सोये हुए थे। अचानक फायर की आवाज सुनकर जगे तो गांव के ही आरोपी वसीम, उसका भाई नसीम, आरोपी गोलू निवासी पीढ़ी-फुरसतगंज पूर्व प्रधान को गोली मारकर भागते दिखे। पास स्थित सड़क पर गांव के ही बीडीसी रामचंद्र भी खड़े थे। इस वारदात के पीछे प्रधानी के चुनाव के रंजिश को लेकर आरोपी धर्मनाथ गुप्ता पर भी षडयंत्र रचने का आरोप लगा। आरोप है कि बीडीसी रामचंद्र से उनके भतीजे के बीच सांसद पद के चुनाव को लेकर भी विवाद हुआ था, जिसको लेकर भी वारदात को अन्य सहयोगियों की मदद से अंजाम देने की वजह बतायी गयी। इस मामले में आरोपियों के खिलाफ भादवि की धारा 302,120बी एवं आर्म्स एक्ट समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। पूर्व प्रधान व भाजपा नेता की चुनाव परिणाम आने के दो दिन बाद ही हत्या होने से अमेठी जिले से लेकर दिल्ली तक हलचल मच गयी।
नव निर्वाचित सांसद स्मृति ईरानी भी पूर्व प्रधान के शव को कंधा देने तक पहुंच गयी। मामला हाई प्रोफाइल स्तर का हो जाने के चलते आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर डीजीपी को भी हस्तक्षेप करना पड़ा। इसके बाद सक्रिय हुई पुलिस ने आरोपी बीडीसी रामचंद्र, सह आरोपी धर्मनाथ गुप्ता व मो. नसीम को तमंचा व कारतूस समेत अन्य हथियारों के साथ बीते सोमवार की दोपहर मठिया धूरामऊ के पास से गिरफ्तार किया गया। उन्हें मंगलवार को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में बरामद हथियारों के साथ पेश किया गया। फिलहाल अभी तक पुलिस हत्या में प्रयुक्त आलाकत्ल बरामद नहीं कर सकी है।