प्रेम शुक्ला ने खबरनवीसों के सवालों का जमकर सामना किया। 1947 से लेकर 2014 तक कांग्रेस ने रोटी कपड़ा और मकान का नारा जारी रखा। अटल बिहारी सरकार ने इस पर काम शुरू किया, जिसे मोदी सरकार ने प्राथमिकता पर रखा और उज्ज्वला, पात्र गृहस्थी, पीएम आवास योजना, शौचालय बनाकर नारे को समाप्त कर देश मे विकास की नई इबारत लिख दी है। उन्होंने रॉबर्ट वाड्रा, संजय भंडारी के रिश्तों व भ्र्ष्टाचार में लिप्त होने वाली डील के बदले लंदन में 8 प्रॉपर्टी हथियाने, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, चिदम्बरम, मोतीलाल बोरा के बेल पर होने की बात भी कही। राफेल पर कांग्रेस को उन्होंने झूठा बताया और कहा कि ये सरकार को बदनाम करने की कोशिश है। भ्रष्टाचार के कीचड़ से सने हुए लोग ईमानदार सरकार पर कीचड़ उछाल रहे है।
भ्रष्टाचार के दोहरे मापदंड के सवाल पर घिरे लोकसभा व विधानसभा के वोट प्रतिशत के सवाल पर कहा कि विधानसभा चुनावों में कांग्रेस-सपा मिलकर लड़े थे पर परिणाम उलट रहा। आगामी चुनाव में गठबंधन की पराजय निश्चित है। किसानों के लिए हमारी योजनाओं की रणनीति तीन राज्यों के चुनावों के पूर्व ही बन गयी थी। तीन राज्यों की हार से इसका कोई मतलब नहीं। इसके अतिरिक्त किसानों को खाद बीज के लिए लाठियां नही खानी पड़ी। सभी को खाद बीज की समस्या से छुटकारा मिला।
स्थानीय प्रत्याशी लड़ाने के कयास तेज आगामी लोकसभा चुनाव में स्टार नेता वरुण गांधी के सीट छोड़ने की अटकलों के बीच स्थानीय को प्रत्याशी बनाने के कयास तेज हो गए हैं। प्रयागराज व जौनपुर में बूथ अध्यक्षों के सम्मेलन में पहुंचे राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने तैयारी में जुटने का इशारा कर दिया है। माना जा रहा है कि भाजपा इस बार ब्राह्मण या व्यापारी पर दांव लगा सकती है। जिले में प्रत्याशी के रूप में काशी क्षेत्र के बड़े ब्राह्मण नेता, नगर क्षेत्र के बड़े व्यवसाई, पिछड़े वर्ग से आने वाले चिकित्सक की कार्यशैली व जनता के बीच पकड़ पर वरिष्ठों की निगाहें टिकी हुई है।