लड़की पैदा होते ही टेंशन में आ गया था हत्यारा बाप पुलिस की तमाम जांच पड़ताल में मासूम की हत्या के पीछे उसके पिता सुनील पाण्डेय उर्फ अस्ताब का नाम सामने आया। पुलिस रिपोर्ट व गवाहों के बयान की माने तो अनन्या के पैदा होने के बाद से ही सुनील टेंशन में रहता था और उसी को लेकर घर में अक्सर विवाद करके सीमा को लड़की पैदा करने का ताना भी देता रहता था। जबकि अनन्या के अलावा सुनील के एक आठ वर्षीय पुत्र भी था। बावजूद इसके पुत्री पैदा होने के तनाव में सुनील ने ढ़ाई वर्षीय मासूम को मौत के घाट उतार दिया। इसी मामलें में हत्यारोपी पिता को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। मामलें में आरोपी की तरफ से जिला जज की अदालत में जमानत अर्जी प्रस्तुत की गयी। जिस पर सुनवाई के पश्चात जिला जज उमेश चन्द्र शर्मा की अदालत ने आरोपी पिता की जमानत अर्जी खारिज कर दी।
हत्यारे ने पुलिस को ये बताया था अपनी ही मासूम बच्ची को कुएं में फेंक कर उसकी हत्या करने वाला पिता ने पुलिस को बताया था कि बेटी पैदा होने के बाद मुझे रातों दिन यह चिंता बनी रहती थी कि यह बच्ची एक दिन बड़ी होगी और फिर उसकी शादी करनी होगी तो लाखों रुपए दहेज देना होगा , तो दहेज के रुपये कहां से लाऊंगा । बस इसी टेंशन में मैंने उसको कुंए में फेंक दिया था, जिससे उसकी मौत हो गई थी ।