23 सितंबर 18 को हुई थी मौत अमेठी जनपद के बाजार शुकुल थाना अन्तर्गत ग्राम पंचायत सत्थिन निवासी दिनेश कुमार पुत्र श्रीचन्द्र का शव शनिवार को सऊदी अरब के दम्माम शहर से अपने वतन सत्थिन गांव लाया गया। दिनेश कुमार लगभग चार साल पहले 16फरवरी 2015 को सऊदी अरब के दम्माम में घरेलू ड्राइवर के रूप में एक शेख के यहाँ पर नौकरी करने गया था। दिनेश 30 मई 2017 को छुट्टी लेकर वापस अपने वतन आ गया।
छुट्टी का समय पूरा हुआ तो पुन: 24 नवम्बर 2017 को दिनेश कमाने के लिये वापस दम्माम चला गया और इसी बीच 23 सितंबर 2018 को फोन पर परिवार वालों को यह सूचित किया गया कि दिनेश का यहाँ पर दिल का दौरा पडऩे से निधन हो गया है। इसकी सूचना पर परिवार वालों का रो-रो कर बुरा हाल था। मृतक दिनेश के पिता श्रीचन्द्र व दूसरा बेटा मुकेश कुमार दिल्ली जाकर केन्द्रीय मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज व सुलतानपुर के सांसद वरूण गांधी एवं अमेठी के सांसद राहुल गांधी से मिले और लिखित रूप से अवगत कराया कि मेरे पुत्र दिनेश कुमार का शव विदेश से मंगवाया जाय।
कानूनी अड़चनो से बेपरवाह पिता पुत्र दिनेश के शव वापस पाने को लेकर दर-दर की ठोकरें खा रहे थे। उधर, घर वालों का रो-रो कर बुरा हाल था। दिनेश का शव अपने वतन मंगवाने की उम्मीद को छोड़ चुके पिता पुत्र की मुलाकात सुलतानपुर जनपद के कादीपुर निवासी समाजसेवी अब्दुल हक से हुई प्रकरण को अवगत कराया। अब्दुल हक ने पीडि़त को हर सम्भव प्रयास व मदद का आश्वासन देते हुये विदेश मंत्री सुषमा स्वराज व प्रधानमंत्री कार्यालय को इनकी परेशानी व दिनेश का शव मंगवाने का आग्रह किया।
समाजसेवी अब्दुल हक पूरी तन्मयता से इस मामले को लेकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज व प्रधानमंत्री कार्यालय ने जल्द से जल्द शव भारत मंगवाने का आश्वासन दिया और एक माह के भीतर मंगवाने का आश्वासन पूरा करते हुये समय के अंदर ही मृतक दिनेश का शव मंगवा कर उनके परिजनों को शनिवार को सौंप दिया। दिनेश का शव गांव पहुंचते ही पूरे गांव में कोहराम मच गया तो वहीं दूसरी तरफ समाजसेवी अब्दुल हक के प्रयासों की सराहना भी खूब हो रही है।