जिलाधिकारी विवेक ने आशाओं के काम की समीक्षा में पाया कि निष्क्रिय उनके कारण स्वास्थ्य कार्यक्रमों की प्रगति खराब है…
समाप्त होंगी आशा बहुओं की सेवाएं, दिए गए सख्त निर्देश, अधिकारियों में हड़कंप
सुलतानपुर. सुलतानपुर में जिलाधिकारी ने राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की समीक्षा में पाया कि जिला में अपेक्षित प्रगति नहीं है। जिलाधिकारी विवेक ने काम की समीक्षा में पाया कि निष्क्रिय आशाओं के कारण स्वास्थ्य कार्यक्रमों की प्रगति खराब है। उन्होंने निष्क्रिय आशाओं की सेवाएं समाप्त कर नई आशाओं के चयन के निर्देश दिए। जिलाधिकारी गुरूवार को कलेक्ट्रेट में जिला स्वास्थ्य समिति की शाषी निकाय की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे।
लापरवाह आशा बहुओं को हटाया जाए समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी विवेक ने साफ तौर पर कहा कि लापरवाह आशा बहुओं की सेवाओं को समाप्त कर नई आशा बहुओं की भर्ती की जाय। स्वास्थ्य से सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में किसी भी स्तर पर शिथिलता या लापरवाही को माफ नहीं किया जाएगा। उन्होंने राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम और टीकाकरण पर विशेष बल देते हुए शत-प्रतिशत लक्ष्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि निष्क्रिय आशाओं की सेवाएं समाप्त कर नई आशाओं का चयन किया जायेगा।
बीएसए को दी जाए सूचना जिलाधिकारी ने बैठक में संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि विद्यालय के बच्चों और आंगनवाड़ी के बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण हेतु टीमें जब भेजी जाय तो उसकी सूचना बेसिक शिक्षा अधिकारी और जिला कार्यक्रम अधिकारी को पहले ही दी जाए। साथ ही माइक्रो प्लान के प्रति संबंधित एबीएसए और सीडीपीओ को भी जानकारी उपलब्ध करायी जाए। जिलाधिकारी ने ग्राम स्वास्थ्य एवं स्वच्छता समिति की समीक्षा के दौरान पाया कि 986 ग्राम पंचायतों में से अभी तक 539 ग्रामों में प्रधान और आशा का संयुक्त खाता खोला गया है। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि वे मुख्य विकास अधिकारी और एलडीएम से सम्पर्क कर जल्द से जल्द संयुक्त खाता खुलवाना सुनिश्चित करें।
प्राथमिकता से हों कार्यक्रम जिलाधिकारी ने प्रधानमंत्री मातृ बन्दना योजना की समीक्षा में पाया कि 12 हजार 255 के सापेक्ष 7 हजार 887 को लाभान्वित किया गया है। उन्होंने कहा कि इस योजना में लाभार्थियों को पांच हजार रूपये की धनराशि मिलती है। इस कार्यक्रम को प्राथमिकता पर क्रियान्वित किया जाय। जननी सुरक्षा योजना की समीक्षा में पाया कि इस वर्ष मार्च माह तक 38 हजार 506 संस्थागत प्रसव की उपलब्धि रही, जो गतवर्ष से अधिक है। जिलाधिकारी ने नियमित टीकाकरण पर विशेष बल देते हुए कहा कि यह प्रयास किया जाय कि कोई भी बच्चा टीकाकरण से वंचित न रहे और फीडिंगऔर अपलोडिंग नियमित रूप से करायी जाए। इस अवसर पर मिशन इन्द्रधनुष कार्यक्रम की भी समीक्षा की गयी।
जिलाधिकारी ने दिए निर्देश जिलाधिकारी ने ग्राम स्वराज योजना के अन्तर्गत भारत सरकार द्वारा चिन्हित 9 ग्रामों तथा प्रदेश सरकार द्वारा चिन्हित 14 ग्रामों और 4 वार्डों में छूटे हुए बच्चों का शतप्रशित टीकाकरण कराने के निर्देश दिए। बैठक में 30 अप्रैल को आयोजित होने वाले आयुष्यमान भारत दिवस के आयोजन पर चर्चा की गयी। जिलाधिकारी ने बताया कि इस दिवस पर जिले के सभी ग्राम पंचायतों में खुलीबैठक होगी तथा भारत सरकार द्वारा प्रेषित लाभार्थियों की सूची पढ़ी जायेगी एवं ग्रामों में चस्पा होगी। जिलाधिकारी ने कार्यक्रम के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु ब्लाक स्तर पर 23 अप्रैल को खण्ड विकास अधिकारी ,प्रभारी चिकित्साधिकारी , सीडीपीओ व एबीएसए की बैठक आयोजित कराने के निर्देश दिए। बैठक में सीएमओ डाॅ सीवीएन त्रिपाठी, सीएमएस महिला उर्मिला चैधरी, सीएमएस पुरूष योगेन्द्र यती, जिला सूचना अधिकारी आर बी सिंह व सम्बन्धित उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डीपीएम संतोष कुमार ने किया।