script

लॉकडाउन में अंत्योदय, मनरेगा मजदूरों व श्रमिकों को दी जा रही हर सुविधा

locationसुल्तानपुरPublished: Apr 06, 2020 02:27:33 pm

Submitted by:

Neeraj Patel

जनपद में लाॅकडाउन के दौरान अन्त्योदय, मनरेगा मजदूरों, श्रमिकों आदि के भरण – पोषण हेतु दी गई राहत
चिकित्सा, साफ-सफाई व सेनेटाइजर, सोशल डिस्टेसिंग का कराया जा रहा पालन – जिलाधिकारी

लॉकडाउन में अंत्योदय, मनरेगा मजदूरों व श्रमिकों को दी जा रही हर सुविधा

लॉकडाउन में अंत्योदय, मनरेगा मजदूरों व श्रमिकों को दी जा रही हर सुविधा

सुलतानपुर. जिलाधिकारी सी. इन्दुमती ने बताया कि नोवेल कोरोना वायरस(कोविड-19) के संक्रमण से बचाव/रोकथाम हेतु पूरा देश लाॅक डाउन है। इस दौरान मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार जनपद में अन्त्योदय/मनरेगा मजदूरों/श्रम विभाग में पंजीकृत श्रमिकों तथा शहरी क्षेत्रों में घुमन्तू प्रवृति के श्रमिकों को डीबीटी के माध्यम से आर्थिक सहायता एवं अन्त्योदय/बी0पी0एल0 कार्ड धारकों को खाद्यान का वितरण किया जा रहा है।

जिले में 03 अप्रैल, 2020 तक श्रम विभाग में पंजीकृत कुल 6479 श्रमिकों में से 3754 व्यक्तियों को 37.54 लाख रू0, शहर में घुमन्तू प्रवृति का कार्य करने वाले 1484 श्रमिकों को 14.84 लाख रू0 ग्रामीण क्षेत्र में ऐसे व्यक्ति जिनके भरण-पोषण की कोई सुविधा नहीं है, का चिन्हीकरण करके कुल 4360 व्यक्तियों को 43.60 लाख रू0 धनराशि डी0बी0टी0 के माध्यम से वितरित करायी जा चुकी है। जनपद के समस्त नागरिकों को राशन/सब्जी/दूध आदि का डोर-टू-डोर डिलीवरी सुचारू रूप से कराया जा रहा है। शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में 100961 अन्त्योदय/बी0पी0एल0 कार्डधारकों को निःशुल्क खाद्यान्न वितरण कराया गया।

उन्होंने बताया कि मेडिकल क्वारंटाइन में रखे गये 08 व्यक्तियों में से 05 व्यक्ति स्वस्थ्य होने पर डिस्चार्ज किया गया। ग्रामीण क्षेत्रों में 14512 व्यक्तियों एवं शहरी क्षेत्र में 135 व्यक्तियों को होम क्वारंटाइन में रखा गया है। जनपद में विभिन्न स्थलों पर कुल 36 आश्रय स्थल (शेल्टर होम) एवं 36 सामुदायिक रसोई बनाये गये हैं, जिसमें चिकित्सीय/शौंचालय/बिस्तर/सैनिटाइजर/साबुन/भोजन/साफ-सफाई एवं सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए प्रतिपादित किया जा रहा है, जिसमें अब तक 409 व्यक्तियों को आश्रय स्थल में रखा गया है।

जिलाधिकारी ने बताया कि 03 अप्रैल, 2020 तक अस्थायी आश्रय स्थलों, आम रसोईघरों एवं अन्य स्थलों पर स्वयं सेवी/धार्मिक/स्वैच्छिक संस्थाओं द्वारा 18271 पैकेट एवं जिला प्रशासन व अन्य सरकारी संस्थाओं द्वारा 4301 पैकेट पका पकाया भोजन का वितरण किया गया।

ट्रेंडिंग वीडियो