इस सीट पर गठबंधन प्रत्याशी का सिरदर्द बढ़ाएगा शिवपाल का प्रत्याशी, बन रहे ऐसे सियासी समीकरण
सुलतानपुर. जिले में चुनावी चकल्लस शुरू हो चुकी है। सुलतानपुर संसदीय क्षेत्र सपा-बसपा और राष्ट्रीय लोकदल के बीच हुए गठबंधन के बंटवारे में बसपा के हिस्से में आई है। जिले में अभी तक किसी भी दल ने अपने प्रत्याशी के नाम की घोषणा नहीं की है, सिर्फ प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) को छोड़कर। प्रसपा लोहिया के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने सुलतानपुर संसदीय क्षेत्र से कमला यादव को पार्टी प्रत्याशी बनाया है। भले ही अभी तक प्रसपा लोहिया नई राजनीतिक पार्टी है, लेकिन विश्लेषकों का मानना है कि कमला यादव गठबंधन को प्रत्याशी को ‘जोर का झटका धीरे से’ दे सकती हैं।
शिवपाल सिंह यादव की तारीफ करते हुए कमला यादव ने कहा कि महान लोग कभी भी पद की कामना नहीं करते। महात्मा गांधी, डॉ. राम मनोहर लोहिया और जय प्रकाश नारायण इसकी मिसाल हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी मुखिया शिवपाल सिंह चाहते तो 2003 में मुख्यमंत्री बन सकते थे। उस सयम उनके साथ 147 विधायक थे। 2012 में भी स्थिति यही थी, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। भले ही उन्होंने धोखा नहीं दिया, लेकिन उनके साथ जरूर धोखा हुआ है।