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मूर्तिकार दे रहा दुर्गा जी के स्वरूप में समाज को संदेश

locationसुल्तानपुरPublished: Sep 26, 2017 09:28:00 pm

Submitted by:

shatrughan gupta

बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा अब जिले में मिशन का रूप लेने लगा है। सनातन धर्म का सबसे बड़ा पर्व दुर्गा पूजाऔर रावण दहन की शुरुआत हो चुकी है।

Navratri

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सुल्तानपुर. बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा अब जिले में मिशन का रूप लेने लगा है। सनातन धर्म का सबसे बड़ा पर्व दुर्गा पूजा (नवरात्र) और रावण दहन (दशहरा) की शुरुआत हो चुकी है। ऐसे में सुल्तानपुर जिले की भव्य दुर्गा पूजा महोत्सव में कई रंग देखने को मिलेंगे। पिछले कई सालों से कोलकाता के कारीगर मां दुर्गा के स्वरूप को बनाते हैं। अबकी बार जिले की दुर्गा पूजा भी कुछ खास होने वाली है, जो कि समाज मे फैली कुरीतियों जिसमे गर्भ में पल रही बेटियों की हत्या, बेटियों के साथ भेदभाव, दहेज हत्या जैसे गंभीर विषय पर लोगों को जागरूक करेंगी। मूर्तिकारों ने इन विषयों को मूर्तियों में संजोया है और समाज को एक सीख देने की कोशिश की है।
आरके पाल को है बेटियों की चिंता, दुर्गा प्रतिमाओं को दिया स्वरूप
कोलकाता के रहने वाले मूर्तिकार जो पिछले कई वर्षों से जिले भर में स्थापित होने वाली दुर्गा जी के विभिन्न स्वरूपों को अपनी कला से संवारते हैं, इस बार भी उनके मन मे ख्याल आया कि इस बार दुर्गा जी के स्वरूप में समाज को एक मैसेज देंगे। इसी बात को लेकर उन्होंने अपनी कुछ मूर्तियों को ऐसा स्वरूप दिया है कि जैसे दुर्गा जी भी कुछ कहना चाह रही हों। अबकि बार उन्होंने समाज को जागृत करने के लिए बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, दहेज हत्या थीम समेत कई सामाजिक मुद्दों को उन्होंने मूर्तियों में मूर्तरूप देकर लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया है।
भाजपा भी दे रही है बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा, जिले में संगठन भी कर रहा है काम
भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी नारा दिया कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ और इसी मिशन को सार्थक करने में कुछ लोग जुट गए हैं। जिले में भी गीता कसौधन बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के तहत बेटियों की सुरक्षा और उनकी शिक्षा पर काम कर रही हैं।

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