सुल्तानपुर

सरकार कर रही कर्म, लेकिन बच्चों को नहीं मिल रहा फल

बेसिक स्कूलों के नौनिहालों को सेहतमंद बनाने की योजनाओं पर सरकार भले ही लाखों-करोड़ों का वारा-न्यारा कर रही हो, लेकिन उसका पूरा लाभ नहीं मिल पा रहा है।

सुल्तानपुरSep 27, 2018 / 11:34 am

Mahendra Pratap

सरकार कर रही कर्म, लेकिन बच्चों को नहीं मिल रहा फल

सुल्तानपुर. बेसिक स्कूलों के नौनिहालों को सेहतमंद बनाने की योजनाओं पर सरकार भले ही लाखों-करोड़ों का वारा-न्यारा कर रही हो, लेकिन उसका पूरा लाभ नहीं मिल पा रहा है। फिर चाहे वह दूध वितरण की योजना हो या फिर फल वितरण, यहां तक कि साप्ताहिक मेन्यू के हिसाब से विद्यार्थियों को मिड-डे मील उपलब्ध नहीं कराया जा रहा। सोमवार को बच्चों को फल दिया जाना था, लेकिन अधिकांश स्कूलों में इसका पालन होता नहीं दिखा। इससे साफ है कि सरकार कितना भी कर्म कर ले लेकिन शिक्षक व प्रधान बच्चों को उसका फल नहीं मिलने दे रहे हैं।

छरौली व फिरोजपुर में नहीं बंटे फल

शहर का सबसे नजदीकी ब्लाक है दूवेपुर। अधिकांश विद्यालय जिला मुख्यालय से महज चंद कदमों के फांसले पर है। बावजूद इसके अनेक विद्यालयों के बच्चों को फल नहीं बांटे गए। ढाहा फिरोजपुर व छरौली के बेसिक विद्यालयों में बच्चे मायूस नजर आए तो वहीं कटावां न्याय पंचायत के भी कुछ विद्यालयों में फल वितरित नहीं किया जा सका। बीआरसी व एबीआरसी को आंकड़े जुटाने की जिम्मेदारी है, लेकिन देर शाम तक वे ये नहीं बता पाए कि कितने विद्यालयों में फल बांटे गए।

लम्भुआ में स्थिति बेहद खराब

क्षेत्र के ग्रामीणांचल में दोपहर तक बच्चों को फल नहीं वितरित किए गए थे। जगन्नाथपुर प्राथमिक विद्यालय की शिक्षिका सुमन गुप्ता ने बताया कि सुबह नौ बजे ही बच्चों को केले वितरित कर दिए थे। जबकि बच्चों के अनुसार यहां दो माह से रोटी भी नहीं नसीब हुई है। बच्चों को चावल और सब्जी खिलाई जा रही है। परशुरामपुर में केले मंगाए तो गए लेकिन साढ़े दस बजे तक बांटे नहीं गए थे। चौकिया में भी यही हाल रहा। बेसिक शिक्षा महकमे ने क्रास चे¨कग के कोई इंतजाम नहीं कर रखे हैं। एनपीआरसी व बीआरसी की लंबी फौज है, लेकिन जिम्मेदारियों से सभी इतर हैं।

इन ब्लाकों में भी स्थित बदतर

क्षेत्र के स्कूलों में फल वितरण गिने-चुने विद्यालयों में ही दिखा। कोथराखुर्द में बच्चों को फल नहीं मिला। समुदा जूहा स्कूल में फल नहीं बांटे गए। भदैंया के नरायनपुर उप्रावि, बेलासदा, शंकरपुर व अभियाकला में स्थिति ठीक रही। लहिया जलपापुर, बरुई, करोमी व हनुमानगंज में फल नहीं बांटे गए।

शिक्षा अधिकारियों ने पल्ला झाड़ा

लम्भुआ के खंड शिक्षा अधिकारी अश्वनी सिंह ने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि मैं जिले से बाहर हूं। इसलिए आने पर ही बता पाऊंगा। कमैचा के बीईओ संजय सिंह ने कहा कि शिकायतें मिल रही हैं जांच कराई जाएगी। जबकि बीएसए का फोन बजता रहा, उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।

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