सुलतानपुर. कादीपुर के रानीपुर कायस्थ गांव में छात्र आयुष शुक्ल की हत्या तीन युवकों द्वारा की गई थी, जिन्हें हिरासत में ले लिया गया है। हत्याकांड के विरोध में मंगलवार को कादीपुर तहसील के स्टांप वेंडर, दस्तावेज लेखक व वकील कार्य से विरत रहे। घटनाक्रम के अनुसार सोमवार की सुबह 11 बजे किसी ने फोन कर आयुष को गांव के बाहर स्थित बाग में मिलने के लिए बुलाया था। काफी देर तक जब वह घर वापस नहीं लौटा तो परिवारजन उसकी तलाश करने लगे। इसी दौरान एक बच्चे ने आकर बताया कि खून से लथपथ एक व्यक्ति का शव बाग किनारे स्थित नलकूप में पड़ा है। घरवालों द्वारा पहुंचकर उसकी पहचान आयुष के रूप में की गई। उसके गले व सीने पर कई जगह धारदार हथियार से वार किए गए थे। आयुष का एक वर्ष पहले लखनऊ के स्पोर्ट्स कॉलेज में चयन हुआ था। कोरोना संक्रमण के चलते विद्यालय बंद होने की वजह से वह घर पर ही रहता था। उसके पिता महेंद्र शुक्ला लखनऊ स्थित एक प्राइवेट कंस्ट्रक्शन कंपनी में बतौर सुपरवाइजर तैनात हैं। क्षेत्राधिकारी डा. कृष्णकांत सरोज ने बताया कि मृत छात्र के गायब मोबाइल की कॉल डिटेल निकलवाई गई। जांच पड़ताल में पता चला है कि तीन युवकों द्वारा आयुष की हत्या की गई थी जिन्हें हिरासत में लिया गया है। हालांकि हत्या किस वजह से की गई इस बात की जानकारी उनकी तरफ से नहीं दी गई। सभी से पूछताछ चल रही है, जल्द ही घटना का राजफाश कर दिया जाएगा।
Home / Sultanpur / गायब मोबाइल ने उगला लखनऊ स्पोर्ट्स कॉलेज के छात्र की हत्या का राज, तीन गिरफ्तार