दूबेपुर ब्लॉक क्षेत्र के नोनरा गांव निवासी राधेश्याम (63) ने बताया कि एक हफ्ते से उनको बुखार आ रहा है। खून की जांच में टायफाइड की पुष्टि होने पर गत शुक्रवार को उन्हें भर्ती किया गया था। तीन दिन बीत गए आराम नहीं हो रहा है। करीब पांच सौ रुपये का इंजेक्शन वे बाहर से खरीद चुके हैं। अमेठी जिले के उलरा चंदौकी (शाहगढ़) निवासी रामशरण शनिवार को सड़क हादसे में जख्मी हो गए थे। उनके जीजा हंसराज का कहना है कि भर्ती करने के बाद कोई डाक्टर देखने तक नहीं आया। अस्पताल में आते ही एक इंजेक्शन बाहर से लिख दिया गया, जो 240 रुपये में मिला। शुक्रवार शाम से इमरजेंसी वार्ड में भर्ती दोस्तपुर ब्लाक के खोजापुर गांव निवासी उच्च रक्तचाप की समस्या से पीड़ित राम प्रसाद सिंह की बहू रीना व बेटी उर्मिला कहती हैं कि यहां पर कोई पूछने वाला नहीं है, भले ही मरीज तड़प-तड़प कर मर जाए। तीन दिनों में सिर्फ एक बार चिकित्सक चेकअप करने आए। समुचित इलाज न मिलने से मरीज की हालत जस की तस बनी है।