पुलिस पर लापरवाही का आरोप
आरोप है कि घटना के बाद कोतवाल संजय सिंह मुकदमा दर्ज कराने के नाम पर पीड़िता की दादी को तीन दिन तक दौड़ाते रहे। तीन दिन बाद 11 अगस्त को लम्भुआ इस्न्पेक्टोर ने एसपी ग्रामीण शिवराज की फटकार के बाद रिपोर्ट दर्ज की थी। एसपी हिमांशु कुमार ने बताया कि सीओ की जांच रिपोर्ट में इंस्पेक्टर संजय सिंह समेत पांच पुलिसकर्मी एसआई सच्चीदानंद पाठक, सिपाही पवन यादव और यूपी 100 में तैनात एसआई आरटी वर्मा और सिपाही सुशिल मौर्य को सस्पेंड कर दिया गया है। छात्रा की मौत में दर्ज एफआईआर में धारा 308 को धारा 304 में तरमीम कर दिया गया है। फिलहाल तीनों आरोपी लड़कों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।