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गोरखपुर-महाराजगंज में बंद, लेकिन यहां अभी भी चल रहे हैं सात इस्लामिया प्राइमरी स्कूल

locationसुल्तानपुरPublished: Jul 25, 2018 02:38:11 pm

Submitted by:

Hariom Dwivedi

इन प्राइमरी स्कूलों में शुक्रवार को छुट्टी होती है और रविवार को पढ़ाई होती है

islamiya school in sultanpur

गोरखपुर-महाराजगंज में बंद, लेकिन यहां अभी भी चल रहे हैं सात इस्लामिया प्राइमरी स्कूल

सुलतानपुर. जिले में बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित सात ऐसे प्राइमरी स्कूल हैं, जिनकी नाम पट्टिका पर वर्षों से इस्लामिया विद्यालय या फिर इस्लामिया प्राथमिक स्कूल लिखा हुआ है। इन स्कूलों में सरकारी सिस्टम से इतर व्यवस्था है। ये स्कूल रविवार को खुलते हैं और शुक्रवार (जुमा ) के दिन बंद रहते हैं।
आश्चर्यजनक बात तो यह है कि सरकारी स्कूलों के नाम के आगे इस्लामिया शब्द जोड़ दिया गया और अधिकारियों को इसकी भनक तक नहीं लगी, जबकि अधिकारी ऑन रिकॉर्ड स्कूलों में निरीक्षण करने जाते रहे हैं। यह चौंकाने वाला मामला तब खुला जब गोरखपुर, देवरिया और महराजगंज जिलों में ऐसे ही मामलों को खुलासा हुआ है।
जिला मुख्यालय से सटे दूबेपुर ब्लॉक का मुस्लिम बाहुल्य गांव बनकेपुर तथा फिरोजपुर कला में संचालित सरकारी स्कूल इस्लामिया स्कूल के रूप में जाने जाते हैं। इसके अलावा कुड़वार ब्लॉक में धरांवा तथा गजेहड़ी, कुड़ेभार ब्लॉक के इतकौली, बल्दीराय ब्लॉक के नन्दौली, दोस्तपुर में भी प्राइमरी स्कूल इस्लामिया स्कूल के तौर पर संचालित हो रहे हैं। यहां यह बताना समीचीन होगा कि ये सारे इस्लामिया विद्यालय मुस्लिम बाहुल्य इलाके में हैं।
रविवार को नहीं शुक्रवार को होती है छुट्टी
जिले के ये सातों स्कूल रविवार की जगह शुक्रवार को स्कूल बंद रहते हैं, क्योंकि यहां यह दर्शाया जाता है कि शुक्रवार को जुमे की नमाज अदा होती है, इसलिए शुक्रवार को छुट्टी और इसकी जगह रविवार को स्कूल खुला रहता है। आश्चर्यजनक बात यह है कि इन विद्यालयों के अभिलेखों और लॉगबुक में इसकी इंट्री की जाती है, लेकिन अफसर अभी तक अनभिज्ञ बने हुए हैं।
बीएसए ने माना हैं 7 इस्लामिया स्कूल
बेसिक शिक्षा अधिकारी कौस्तुभ कुमार सिंह ने कहा कि जिले में सात इस्लामिया बोर्ड लगाकर स्कूलों के संचालन की बात सामने आ रही है। सभी सम्बंधित को नोटिस जारी कर दी गई है। जल्द ही इनकी नाम पट्टिका बदली जाएगी। रजिस्टर में कहीं कुछ गलत है तो उसे भी सुधरा जाएगा। बेसिक शिक्षा अधिकारी वैसे तो यह स्वीकार करते हैं कि जिले में 7 प्राथमिक विद्यालय इस्लामिया का बोर्ड लगाकर संचालित हो रहे हैं, लेकिन उन्होंने कैमरे पर रिकॉर्डिंग के दौरान कुछ भी बोलने से मना कर दिया।
स्कूलों पर नहीं होने देंगे जाति-मजहब का कब्जा : मुख्यमंत्री
प्राथमिक विद्यालयों को इस्लामिया स्कूल का नाम देने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नाराजगी जताई है। गोरखपुर, देवरिया और महाराजगंज में इस्लामिया स्कूल का मामला सामने आने पर सीएम ने स्पष्ट कहा था कि प्राथमिक विद्यालयों पर किसी जाति-मजहब का कब्जा नहीं होने देंगे। इस मामले में जिस स्तर पर लापरवाही बरती गई, उस पर कार्रवाई होगी। इसके बाद इन स्कूलों से इस्लामिया शब्द हटा दिया गया और अभिलेखों में नाम परिवर्तन की कवायद शुरू हो गई है।
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