165 साल के बाद बाद अद्भुत संयोग :- आचार्य तिवारी ने बताया कि हिन्दू पंचांग के अनुसार पितृपक्ष 2020 में एक ऐसा संयोग बन रहा है जो कि 165 साल बाद आया है। 165 साल बाद बनने वाले इस संयोग के मुताबिक हर साल पितृपक्ष के ख़त्म होने के अगले दिन से नवरात्र शुरू हो जाता है लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो रहा है क्योंकि इस बार पितृ पक्ष ख़त्म होते ही अधिमास या अधिकमास (मलमास) लग रहा है। इसी अधिमास (मलमास) के चलते पितृ पक्ष और नवरात्र के बीच एक महीने का अंतर हो रहा है और ऐसा विचित्र संयोग 165 साल के बाद आने जा रहा है, जब आश्विन मास में मलमास लगेगा और एक महीने के बाद नवरात्र शुरू होंगे। अधिमास (मलमास) 18 सितम्बर 2020 से शुरू होकर 16 अक्टूबर 2020 तक चलेगा और इसके अगले दिन से या 17 अक्टूबर 2020 से नवरात्र शुरू हो जाएंगे।
महिला-पुरूष में भेद नहीं :- आचार्य डॉ शिव बहादुर तिवारी कहते हैं कि पितृपक्ष में पितरों को किये जाने वाले तर्पण में जाति-धर्म और महिला-पुरुष में कोई अंतर या भेद नहीं होता है। श्राद्ध तर्पण में महिला पुरुष का बराबर महत्व होता है।