भाजपा सांसद मेनका गांधी ने पत्रकारों के सवालों का बेहद सधा हुआ जवाब देते हुए कहाकि, मैं 25 साल से कार्यकारिणी में बैठी थी। अगर उसे बदल दिया गया तो कौन सी बड़ी बात हो गई। नए लोगों को भी मौका मिलना चाहिए। इसमें चिंता जैसी कोई बात नहीं है। मैं भाजपा में ठीक हूं। मेरी नजर लेखपाल से लेकर तहसीलदार तक पर है। मां की तरह सहेज कर घर की तरह संसदीय क्षेत्र के लोगों का दुख बांट रही हूं।