गौरतलब है कि थाना बल्दीराय क्षेत्र के पूरे गुरुदत्त तिवारी गांव में पिछले दिनों हुई मारपीट की घटना में दो लोगों की मौत और 9 लोगों के घायल होने की घटना के बाद थाना क्षेत्र के उसी गांव की राजदेई की जिला अस्पताल में 12 जनवरी को हुई मौत और 13 जनवरी को पोस्टमार्टम होने के बाद शव जब गांव पहुंचा तो 14 जनवरी को आक्रोषित ग्रामीणों ने पारा बाजार चौराहे पर शव रखकर सड़क जाम कर दिया।
थानाध्यक्ष बल्दीराय एसपी सिंह की पुलिसिया कार्यशैली के खिलाफ ग्रामीणों ने दिनभर जाम लगाए रखा। शाम होते ही पुलिस ने रोड़जाम खुलवाने के लिए प्रयास शुरू किया, लेकिन पुलिसिया प्रयास कामयाब नहीं हो सका। सूचना पर पहुंचे अपर पुलिस अधीक्षक सूर्यकान्त त्रिपाठी और अपर जिलाधिकारी प्रशासन बीडी सिंह ने ग्रामीणों से बातचीत की। ग्रामीणों ने दोनो अधिकारियों से थानाध्यक्ष एसपी सिंह को हटाए जाने की लिखित मांग की।
अपर पुलिस अधीक्षक सूर्यकान्त त्रिपाठी ने आक्रोषित लोगों को समझाया-बुझाया और शव का अन्तिम संस्कार करने को कहा लेकिन, ग्रामीण दोनों अधिकारियों की एक न सुनी। बताया जाता है कि पुलिस ने 10 बजे शव का अन्तिम संस्कार करा दिया।
पूरे घटनाक्रम पर अपर पुलिस अधीक्षक सूर्यकान्त त्रिपाठी ने कहा कि पिछले दिनों बल्दीराय थाना क्षेत्र के पूरे गुरुदत्त में हुई मारपीट तथा दो लोगों की मौत के मामले से जिला अस्पताल में 12 जनवरी 2018 को राजदेई की मौत का कोई सम्बन्ध नहीं है क्योंकि उस दिन हुई मारपीट की घटना में राजदेई को कोई चोट नहीं आयी थी, और न ही उनका डॉक्टरी परीक्षण ही हुआ था।
राजदेई की मौत ठण्ड से हुई, इस बात का खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हो गयी है। उन्होंने कहा कि पूरे गुरुदत्त तिवारी गांव में हुए हत्याकाण्ड के अभियुक्तों को पुलिस ने 24 घण्टे के भीतर गिरफ्तार कर लिया। पूरे मामले पर नजर रखी जा रही है। अपराधी और दोषी बचेंगे नहीं। हत्याकाण्ड का एक अभियुक्त फरार है। वह भी बहुत जल्द गिरफ्तार होगा और जेल भेजा जाएगा।
बल्दीराय थाना क्षेत्र के पूरे गुरुदत्त तिवारी गांव की राजदेई की मौत के मामले में अपर पुलिस अधीक्षक सूर्यकान्त त्रिपाठी के बयान कि ‘राजदेई की मौत चोट से नहीं ठण्ड से हुई है’ की निन्दा करते हुए भाजपा नेता गोपीनाथ तिवारी ने शासन से मांग की है कि जिला प्रशासन पर अविलम्ब कार्रवाई करे, क्योंकि अपर पुलिस अधीक्षक ने यह खुद स्वीकार किया है कि राजदेई की मौत ठण्ड से हुई है।
उन्होंने कहा कि शासन का आदेश है कि यदि किसी जिले में किसी व्यक्ति की मौत ठण्ड से होती है तो वहां के जिलाधिकारी की जवाबदेही होगी। देखना दिलचस्प यह होगा कि अब जबकि जिले के एडीशनल एसपी ने खुद स्वीकार किया है कि राजदेई की मौत ठण्ड से हुई है और जिसकी पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट कर रही है तो ऐसे में जिला प्रशासन के खिलाफ शासन क्या कार्रवाई करता है।