नीले सफेद रंग की चेकदार शर्ट, सफेद पैंट, चेहरे पर लिपटा हुआ गमछा और उसके नीचे स्लेटी रंग का मास्क पहने एक व्यक्ति अचानक पुलिस की लगाई बैरिकेडिंग के बीच से निकल कर जाने लगा। वहां तैनात सिपाहियों में हरकत हुई। लॉकडाउन में नियम तोड़ कर जा रहे लंबे तडंगे पर दुबले शख्स को रोकने की कोशिश की तो वह भागने लगा। ड्यूटी पर मुस्तैद वर्दीधारियों ने उसे दौड़ाया और चंद कदम दूर ही धर दबोचा।
पूछताछ शुरू हुई तभी पकड़े गए शख्स ने गमछे से ढंका चेहरा खोल दिया और तालियां बजाकर सबकी तारीफ करने लगा। पुलिस वाले भी दंग रह गए, क्योंकि बैरिकेडिंग लांघ कर जाने वाला शख्स कोई और नहीं, उनके कप्तान शिवहरि मीणा थे। तब तक उनकी सरकारी गाड़ी और उनके गनर पीआरओ भी आ गए। कुछ देर के लिए तो सन्नाटा रहा। फिर, एसपी मीना ने वहीं पर घोषणा कर दी कि इस पिकेट पर तैनात सभी आठ पुलिस वालों को उनकी मुस्तैदी के लिए 2100 रुपए का इनाम दिया जाता है।
उप निरीक्षक सीताकुंड कमलेश यादव, दीवान विवेक पांडेय, महिला कांस्टेबल सरिता समेत आठ पुलिस वाले ड्यूटी पर थे। ऐसे हैं हमारे कर्तव्यनिष्ठ कप्तान जिनकी तैनाती के समय से चर्चा है कि खुद भी सिपाहियों की मानिंद ड्यूटी बजाते है। वो जनता को मास्क पहनाते है और उनके निर्देशन में ही जिले के पुलिस कर्मियों ने पूरे कोरोना काल मे मानवता की मदद किया, जिसकी लोगों की जरूरत थी।