सुलतानपुर जिले के मौसम वैज्ञानिक डॉ. जेपी तिवारी के अनुसार बंगाल की खाड़ी में बन रहे सिस्टम को देखा जाये तो अभी दो सप्ताह से पहले मानसून का लौटना मुश्किल है। साल 2021 में उत्तर प्रदेश में 13 मई से ही मानसून मेहरबान हो गया था, जिसके लंबे समय तक सक्रिय रहने की संभावना है। मौसम विभाग की संभावनाओं के मुताबिक, मानसून की सक्रियता इस सितंबर के आखिरी दिन तक रहेगी और मानसून सितंबर के अंत तक तर-बतर करता रहेगा। यानी कि अभी दो सप्ताह तक रुक-रुककर बारिश होने की संभावना है।
बारिश ने 35 वर्षों का तोड़ा रिकॉर्ड
इस सितंबर में बारिश ने पिछले 35 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इसके पहले 1985 के सितंबर माह में ऐसे ही झमाझम बारिश हुई थी। मौसम विभाग के मुताबिक, इस बार मानसून की मेहरबानी का कारण बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में बन रही मौसमी घटनाएं रही हैं।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान
मौसम वैज्ञानिक डॉ जेपी तिवारी ने बताया है कि आने वाले 24 घण्टों में एक बार फिर झमाझम बारिश होगी। इस बीच तेज हवाएं चलने के कारण लोगों को खासी परेशानी होगी। गरज-चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने की संभावना तेज है।