जिले में पिछले चार दिनों से तेज बारिश का सिलसिला थम सा गया है। हालांकि आसमान में बादल छाए हुए हैं लेकिन बारिश के नाम पर सिर्फ फुहार पड़ रही है। बरसात में अंतराल होने से तापमान में वृद्धि दर्ज की गई है। दिन-रात चिपचिपाहट वाली गर्मी पड़ रही है। 17 जून से हो रही तेज बारिश से खरीफ की मुख्य फसल धान की रोपाई में तेजी आ गई थी। अगैती धान की रोपाई करने के बाद देर से धान की तैयार नर्सरी की रोपाई करने के लिए अब अन्नदाताओं को तेज बरसात की जरूरत है। लेकिन तेज बारिश तो नहीं हुई, अलबत्ता तीन-चार दिनों से हो रही तेज धूप से खेतों में भरा पानी भी सूख गया। अन्नदाताओं का कहना है कि यदि अब पानी नहीं बरसा तो नलकूपों का सहारा लेना होगा। शनिवार को जिले का अधिकतम तापमान 33.5 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 27.5 डिग्री सेल्सियस रहा । हवा 6 किमी प्रति घण्टा की रफ्तार से दक्षिणी-पूर्वी हवाएं चलती रही।
मौसम विभाग ने आगामी 24 घण्टों में आकाश में काले घने बादल छाए रहने और मध्यम बरसात होने की संभावना जताई है। आचार्य नरेन्द्रदेव कृषि विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ आरपी मौर्य ने कहा कि धान की फसल रोपाई के 2 दिन बाद खेत में जितना अधिक पानी होगा,फसल के लिए उतना ही लाभदायक सिद्ध होगा। उन्होंने किसानों से कहा है कि धान के खेत में पानी कम होने की दशा में यूरिया के घोल का छिड़काव करें। इससे नमी बनी रहती है।