देश को विश्व गुरु है बनाना राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त सामाजिक कार्यकर्ता एवं हुदैबिया कमेटी के कौमी सदर डॉ एसई हुदा ने अपनी तकऱीर में सुन्नी मोअशरे को खि़ताब करते हुए कहा, देश और मिल्लत का मुस्तक़बिल गयूर नौजवां साथियों के हाथ मे हैं, अगर अपने मुल्क़ को विश्व-गुरु बनाना है तो एक हाथ में कुरान और दूसरे हाथ मे कंप्यूटर लेना होगा। मज़ीद डा.ॅ हुदा ने कहा कि अभी तक दूसरी सियासी जमातों ने आरएसएस का ख़ौफ दिखा कर सिफऱ् सुन्नी मुस्लिम वोटों की दलाली की है, जिसके नतीजे में आज अवाम की सामाजिक हैसियत सिफर पर पहुँच चुकी है।
संवाद है हर मुश्किल का हल डॉ. हुदा ने प्रणव मुखर्जी का उदाहरण देते हुए कहा कि संवाद ही हर मुश्किल का हल है और इस कार्य को आरएसएस और बीजेपी ने बहुत खूबसूरत अंदाज़ में क़ायम करने की कोशिश की है, जिसकी बिना पर आज सैकड़ों की तादाद में सुन्नी मुसलमान ने इस इजलास में शिरकत की है।
डाक्टर हुदा ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के समाज को जोडऩे की दिशा में की जा रही कविशो कि भी भरपूर प्रशंसा की। डॉ. हुदा ने बताया कि15 अगस्त को अंग्रेजों की गुलामी से आजादी मिलने पर इस दिन को बड़े हर्ष उल्लास के साथ तमाम मुस्लिम नौजवान साथी मदरसों में तिरंगा फहराकर अपने घरों में अपनी कॉलोनी में 11-11 पौधे मिलकर लगायें और हमारे देश की आन बान शान तिरंगे को मदरसों में लहराकर आजादी को बड़े ही धूमधाम से मनाया गया।
डाक्टर हुदा ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के समाज को जोडऩे की दिशा में की जा रही कविशो कि भी भरपूर प्रशंसा की। डॉ. हुदा ने बताया कि15 अगस्त को अंग्रेजों की गुलामी से आजादी मिलने पर इस दिन को बड़े हर्ष उल्लास के साथ तमाम मुस्लिम नौजवान साथी मदरसों में तिरंगा फहराकर अपने घरों में अपनी कॉलोनी में 11-11 पौधे मिलकर लगायें और हमारे देश की आन बान शान तिरंगे को मदरसों में लहराकर आजादी को बड़े ही धूमधाम से मनाया गया।