scriptयूपी में 6 फरवरी से राज्यकर्मियों की महाहड़ताल, प्रदेश सरकार ने लगाया एस्मा | UP government employees strike over Old pension restoration | Patrika News

यूपी में 6 फरवरी से राज्यकर्मियों की महाहड़ताल, प्रदेश सरकार ने लगाया एस्मा

locationसुल्तानपुरPublished: Feb 05, 2019 01:56:52 pm

Submitted by:

Hariom Dwivedi

पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर छह फरवरी से 12 फरवरी तक उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी महाहड़ताल पर जा रहे हैं

UP government employees strike

यूपी में 6 फरवरी से राज्यकर्मियों की महाहड़ताल, सरकार ने लगाया एस्मा

सुलतानपुर. पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर छह फरवरी से राज्य कर्मचारी महाहड़ताल पर जा रहे हैं। उन्हें रोकने के लिए यूपी सरकार ने एस्मा (उप्र अत्यावश्यक सेवाओं का अनुरक्षण अधिनियम-1966) का अंकुश लगा दिया है। मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडेय ने देररात अधिसूचना जारी कर छह महीने तक प्रदेश के सरकारी विभागों, निगमों व प्राधिकरणों में किसी भी तरह की हड़ताल को प्रतिबंधित कर दिया है। मुख्य सचिव ने धरना-प्रदर्शन व हड़ताल में शामिल होने वालों पर कार्यवाही के निर्देश हैं। राज्य सरकार की चेतावनी के बावजूद कर्मचारियों ने महाहड़ताल का एलान किया है।
सुलतानपुर में पुरानी पेंशन बहाली के मुद्दे पर सरकार को घेरने की योजना कर्मचारी शिक्षक अधिकारी मंच के वैनर तले महा हड़ताल की रूपरेखा बन गयी है। प्राथमिक शिक्षक संघ प्रवक्ता निज़ाम खान ने बताया कि लगभग 25 वर्षो में किसी एक मुद्दे पर सरकारी विभागों के 40 संगठनों ने एक साथ एकजुट संघर्ष करने का ऐलान किया। संघ जिला अध्यक्ष दिलीप पाण्डेय ने शिक्षकों से महाहड़ताल में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेने की अपील की है।

6 फरवरी से 40 विभागों के कर्मचारियों की होगी हड़ताल
6 से 12 फरवरी तक हड़ताल पर होने जनपद मुख्यालय के नजदीक विकास क्षेत्र के शिक्षक कल तिकोनिया पार्क में इकट्ठा होकर एक मोटरसाइकिल जुलूस के माध्यम से विभिन्न कार्यालयों में पहुंचकर महा हड़ताल के सम्बंध में जन जागरण करेंगे। विकास क्षेत्र के पदाधिकारी प्रत्येक विद्यालय में पहुंचकर बच्चों को 6 से 12 फरवरी तक हड़ताल पर जाने की सूचना देंगे।
6 फरवरी से स्कूलों में लटकेगा ताला
6 फरवरी से 12 फरवरी तक प्रतिदिन स्कूल में ताला लगाकर बीआरसी पर शिक्षक 11:00 बजे उपस्थित होकर वहां अध्यक्ष के देखरेख में रखे हुए उपस्थित पंजिका पर अपनी उपस्थिति दर्ज तो करेंगे, लेकिन शिक्षकों को विद्यालय की उपस्थिति पंजिका पर हस्ताक्षर नहीं करना है, बल्कि उन्हें खंड शिक्षा अधिकारी को भरोसा दिलाना है कि संगठन भी आपके आंदोलन में आपके साथ हैं। यदि कुछ लोग हड़ताल से विरत रहकर विभीषण बनने का काम करेंगे तो भी कोई फायदा नहीं, क्योंकि आपका अधिकारी भी आपके साथ हैं। 6 दिनों में न तो एमडीएम बनेगा और न ही एमडीएम संख्या भेजी जाएगी
बोर्ड परीक्षा में भी नहीं निभाएंगे ड्यूटी
कुछ शिक्षक माध्यमिक विद्यालयों में संचालित बोर्ड परीक्षाओं में कक्ष निरीक्षक का दायित्व निभाते हैं, इस बार परिषद का कोई शिक्षक कक्ष निरीक्षक के दायित्व से दूर रहेगा। हड़ताल के दौरान हड़ताल रजिस्टर पर हस्ताक्षर बनाने वाले शिक्षकों की जिम्मेदारी संगठन लेगा। हड़ताल के अंतिम दिन 12 फरवरी को जनपद के समस्त शिक्षक तिकोनिया पार्क पहुंचकर प्रदर्शन करते हुए जिलाधिकारी महोदय को मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन प्रदान करेंगे और 12 फरवरी को अपराहन हड़ताल के दौरान सरकार के रुख को देखते हुए आगामी संघर्ष की घोषणा की जाएगी। निज़ाम खान ने यह भी कहा कि महाहड़ताल में शासन द्वारा शीर्ष पदाधिकारियों के साथ यह शासन दमनात्मक कार्रवाई करते हैं तो हमारे सभी शिक्षक पदाधिकारी नेतृत्व का कमान संभालेंगे।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो