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15 प्राथमिक और 2 जूनियर हाईस्कूल में एक ही टीचरशहरी क्षेत्र के 25 प्राथमिक विद्यालयों और जूनियर हाईस्कूलों में मात्र एक-एक शिक्षकों की तैनात है। प्राथमिक विद्यालय बढ़ियाबीर, सिविल लाइंस, डढ़वा, देवगढ़, गभड़िया प्रथम, गभड़िया द्वितीय, घरहा, गोलाबारिक, लोहरामऊ, लोलेपुर, मेजरगंज, मुराइटोला, शाहगंज, शास्त्रीनगर और संगमलाल में एक-एक शिक्षकों की पोस्टिंग है।
जिले की शिक्षा-व्यवस्था इस कदर चौपट है कि शहरी क्षेत्र के 2 प्राथमिक विद्यालयों (जूनियर हाईस्कूल प्यारेपट्टी और घासीगंज) में एक भी शिक्षक की पोस्टिंग नहीं हुई है। यहां तक कि इन स्कूलों में शिक्षामित्र की भी पोस्टिंग नहीं है। यहां के छात्र-छात्राओं को अन्य स्कूलों में संबद्ध करके पढ़ाई कराई जा रही है। इसी तरह जूनियर हाईस्कूल नगरपालिका में भी कोई शिक्षक और अनुदेशक को पोस्ट नहीं किया गया है। यहां की पढ़ाई उधार के शिक्षकों पर निर्भर है। बड़ा सवाल यह है कि एक शिक्षक या फिर शिक्षामित्र 5 कक्षाओं को कैसे पढ़ा पाएगा।
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एक स्कूल में चल रहे 5 स्कूलशहरी क्षेत्र के तीन जूनियर हाईस्कूल के परिसर में कई स्कूलों का संचालन किया जा रहा है। खैराबाद जूनियर हाईस्कूल परिसर में से प्राथमिक विद्यालय खैराबाद , प्राथमिक विद्यालय महानन्दपुर और प्राथमिक विद्यालय शास्त्रीनगर चल रहा है। संगमलाल उच्च प्राथमिक विद्यालय परिसर में से प्राथमिक विद्यालय सिविल लाइन तथा बढियाबीर की कक्षाएं चलती हैं। इसी तरह जूनियर हाईस्कूल मेजरगंज में से प्राथमिक विद्यालय मेजरगंज प्रथम, मेजरगंज द्वितीय की कक्षाओं का संचालन किया जा रहा है। गौरतलब है कि एक विद्यालय में अमूमन तीन से चार कमरे (अध्ययन कक्ष) होते हैं। यहां भी बड़ा सवाल यह उठता है कि एक ही स्कूल से संचालित 4-4 स्कूलों के बच्चे आखिर किन हालातों में पढ़ते होंगे ?
शहरी क्षेत्र में शिक्षकों की कमी है। इसके बारे में शासन को अवगत कराया गया है। अभी शिक्षामित्रों से काम चलाया जा रहा है।- राधेश्याम, डिप्टी एसडीआई, सुलतानपुर