अशर्फी और सोने के सिक्के नहीं होते खजाना- वरुण गांधी ने सबसे पहले महमूदपुर गांव का दौरा किया। यहां उन्होंने कहा कि राजनीति में ऊबड़-खाबड़ सफर होता है। जीत, हार, प्रतिष्ठा अपमान यह सब साथ ही होता है। वरुण ने माना कि कई नेता यहां राजनीति में धन कमाने के मकसद से आते हैं। उन्होंने कहा कि जो राजनीति यह सोच कर करता है कि इसमें उसे बहुत बड़ा खजाना मिलता है, तो वह हमेशा निराश व हताश हो जाता है। जो हमारा खजाना था, उसे अंग्रेज लूटकर ले गए थे। दरअसल राजनीति में जो खजाना मिलता है वो बेहद बड़ा होता है। लेकिन वो अशर्फी और सोने के सिक्के नहीं होते, बल्कि वह दुआओं का खजाना होता है। उन्होंने आगे कहा कि हमारा देश बहुत गरीबी से निकलकर आगे बढ़ा है। हमारा देश रफ्तार से आगे बढ़ा है, लेकिन हमने शुरुआत बहुत ज्यादा गरीबी से की है। मजदूर महिला हो या फिर नौजवान हो सभी ने शून्य से शुरुआत की है। हमारा लक्ष्य है कि पूरे देश का विकास होता रहे। वरुण गांधी ने कहा कि आम आदमी पर क्या बीतती है यह जरूरी है कहना न कि यब कहना आवश्यक है कि एक राजनेता पर क्या बीतती है।
सांसद-विधायकों पर हमला- वरुण गाधी ने क्षेत्र में अब तक रहे सांसद-विधायक पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्होंने गावों में विवाद पैदा किया है। सभी ने पक्षपात की राजनीति की हैं, लेकिन मैंने कभी भी किसी का दिल नहीं दुखाया है।