नवीन कृषिमंडी अमहट में आलू, टमाटर, धनिया और अदरक से लेकर सभी तरह की सब्जियों के दाम डेढ़ से 2 गुना तक बढ़ गए हैं। खासतौर पर सीजनल सब्जियों पर महंगाई की मार ज्यादा पड़ी है, वहीं आलू और प्याज की भी कीमतों में खासा इजाफा हुआ है। लगातार बढ़ती सब्जियों के दाम के चलते इसका सीधा असर आम आदमी की थाली पर पड़ता दिखाई दे रहा है। पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों के साथ-साथ सब्जियों में बढ़ती महंगाई से आम आदमी पर दोहरी मार पड़ रही है। सब्जियों के दामों में इजाफे से आम आदमी के बचत पर सीधा असर पड़ रहा है। महंगाई की मार झेल रहे लोगों का कहना है कि फल और सब्जियों के दाम घटाए जाएं ताकि आम आदमी को राहत मिल सके।
सब्जियों के सड़ने से दामों में आई तेजी
अमहट नवीन कृषि मंडी के थोक आढ़तिया नदीम कहते हैं कि बाजारों में सब्जियों के दाम बढ़ने का मुख्य कारण उत्पादन घटने का है। उन्होंने कहा कि सब्जियों के दामों में हुई वृद्धि मुनाफा वसूली के कारण नहीं है। सब्जियों के दामों में बढ़ोत्तरी का मुख्य कारण है लगातार हो रही बारिश है, जिससे खेतों में सब्जियां सड़ने लगी है। खेत में सब्जियों के सड़ने की वजह से समय मंडी में बहुत कम सब्जी की आवक हो रही। इसी वजह से सब्जियों के दाम में वृद्धि हुई है।
अमहट नवीन कृषि मंडी के थोक आढ़तिया नदीम कहते हैं कि बाजारों में सब्जियों के दाम बढ़ने का मुख्य कारण उत्पादन घटने का है। उन्होंने कहा कि सब्जियों के दामों में हुई वृद्धि मुनाफा वसूली के कारण नहीं है। सब्जियों के दामों में बढ़ोत्तरी का मुख्य कारण है लगातार हो रही बारिश है, जिससे खेतों में सब्जियां सड़ने लगी है। खेत में सब्जियों के सड़ने की वजह से समय मंडी में बहुत कम सब्जी की आवक हो रही। इसी वजह से सब्जियों के दाम में वृद्धि हुई है।
पखवाड़े भर पहले सब्जियों के दाम प्रति किलो
प्याज- पहले 15 रुपये, अब 30 रुपये प्रति किलो
टमाटर- पहले 10 रुपये, अब 70 रुपए प्रति किलो
परवल- पहले 20 रुपये, अब 40 रुपये प्रति किलो
बोड़ा- पहले 15 रुपये, अब 45 रुपये प्रति किलो
कद्दू- पहले 2 रुपये, अब 30 रुपये प्रति किलो
लौकी- पहले 2 रुपये, अब 25 रुपये प्रति किलो
करेला- पहले 5 रुपये, अब 30 रुपये प्रति किलो
हरी मिर्च- पहले 12 रुपये, अब 40 रुपये प्रति किलो
अरबी (घुइयां)- पहले 5 रुपये, अब 30 रुपये प्रति किलो
तरोई- पहले 5 रुपये, अब 40 रुपये प्रति किलो
बैंगन- पहले 5 रुपये, अब 35 रुपये प्रति किलो
कटहल- पहले 20 रुपये, अब 30 रुपये प्रति किलो
प्याज- पहले 15 रुपये, अब 30 रुपये प्रति किलो
टमाटर- पहले 10 रुपये, अब 70 रुपए प्रति किलो
परवल- पहले 20 रुपये, अब 40 रुपये प्रति किलो
बोड़ा- पहले 15 रुपये, अब 45 रुपये प्रति किलो
कद्दू- पहले 2 रुपये, अब 30 रुपये प्रति किलो
लौकी- पहले 2 रुपये, अब 25 रुपये प्रति किलो
करेला- पहले 5 रुपये, अब 30 रुपये प्रति किलो
हरी मिर्च- पहले 12 रुपये, अब 40 रुपये प्रति किलो
अरबी (घुइयां)- पहले 5 रुपये, अब 30 रुपये प्रति किलो
तरोई- पहले 5 रुपये, अब 40 रुपये प्रति किलो
बैंगन- पहले 5 रुपये, अब 35 रुपये प्रति किलो
कटहल- पहले 20 रुपये, अब 30 रुपये प्रति किलो