लेकिन दुकान संचालक सुमित सोनी को उक्त जेवरों के असली होने पर संदेह इसलिए हुआ क्योंकि दोनों महिलाएं पखवाड़े भर पहले इसी दुकान में पहुंची थीं और इसी तरह का जेवर बेचकर गईं थीं। इस संदेह पर दुकान संचालक ने महिलाओं द्वारा दिए गए जेवरों को परखा तो वे नकली निकले।
इसकी सूचना दुकान संचालक ने थाना प्रभारी को दी। थाना प्रभारी ने मौके पर पहुंचकर आरोपी महिला ग्राम करेयां (दहीडांड़) थाना दरिमा की 40 वर्षीय पक्का बाई एवं 45 वर्षीय नानबाई को हिरासत में लिया और दोनों महिलाओं द्वारा पूर्व में बेचे गए जेवर एवं बेचने हेतु लाए गए गिलट का बना चांदी जैसा जेवरात 4 जोड़ी पायल एवं 2 नग कमरबंद जब्त किया।
नकली जेवर को चांदी का असली जेवर बताकर बेचना एवं पुन: बेचने हेतु लाकर धोखाधड़ी करना पाए जाने पर आरोपी महिलाओं को धारा 420, 34 भादवि के तहत् गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस को करती रहीं गुमराह
पूछताछ पर दोनों महिलाओं ने बताया कि उनके सास-ससुर द्वारा जेवरात को दिया गया था। पुलिस द्वारा इस संबंध में तस्दीक किए जाने पर दोनों महिलाओं के सास-ससुर की मृत्यु कई वर्ष पूर्व होना पाया।
पुलिस को करती रहीं गुमराह
पूछताछ पर दोनों महिलाओं ने बताया कि उनके सास-ससुर द्वारा जेवरात को दिया गया था। पुलिस द्वारा इस संबंध में तस्दीक किए जाने पर दोनों महिलाओं के सास-ससुर की मृत्यु कई वर्ष पूर्व होना पाया।
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी प्रतापपुर केपी चौहान, एसआइ चित्रलेखा साहू, प्रधान आरक्षक अशोक सोनवानी, आरक्षक अखिलेश यादव, प्रकाश पन्ना एवं महिला आरक्षक सुषा मिंज सक्रिय रहे।