प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि ऑटो के परखच्चे उड़ गए। इनमें से 2 ग्रामीणों की लाश ऑटो में ही फंसी रही, जिन्हें बड़ी मशक्कत के बाद कटर से काटकर निकाला जा सका। सभी मृतक व आहत ग्राम कृष्णपुर के बताए गए हैं।
गौरतलब है कि बुधवार को सूरजपुर साप्ताहिक बाजार कर परसापारा के सुमेरी की ऑटो से कृष्णपुर का 50 वर्षीय अकालु, 52 वर्षीय रामधनी सिंह, 33 वर्षीय अमृत, 40 वर्षीय कृष्णा देवी, 10 वर्षीय किरण सारथी, 50 वर्षीय मालती, 63 वर्षीय चंदन राजवाड़े, 50 वर्षीय मीना बाई अपने घर लौट रहे थे।
इसी दौरान चंदरपुर बाइपास मोड़ के पास सामने से आ रहे तेज रफ्तार हाइवा ट्रक क्रमांक सीजी-29 ए-1470 ने सामने से जबरदस्त टक्कर मार दी। देखते ही देखते मौके पर चीख पुकार मच गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि ऑटो के परखच्चे उड़ गए और सामने बैठे लोग बुरी तरह ऑटो फंस गए। उन्हें बाद में कटर से काट कर निकाला गया।
हादसे में चालक कृष्णा राजवाड़े सहित अकालु, अमृत व रामधनी सिंह की मौैके पर ही मौत हो गई। जबकि मासूम किरण सारथी, मालती, चंदन, मीना बाई व कन्या देवी को गंभीर चोटें आई हैं। सभी घायलों को तत्काल सूरजपुर जिला चिकित्सालय ले जाया गया। यहां उनकी नाजुक हालत को देखते हुए अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है।
घटना की जानकारी लगते ही बड़ी संख्या में लोगों का हुजूम घटना स्थल पर उमड़ पड़ा। हाइवा नगर के अन्नू अग्रवाल की बताई गई है। जबकि चालक का नाम नवापारा का संजय गुप्ता बताया गया है।
मौके पर पहुंचे ये अधिकारी
घटना की जानकारी लगते ही बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मेघा टेंभुरकर, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एसपी वैश्य, डीपीएम राजीव रंजन मिश्रा, टीआई दीपक पासवान, तहसीलदार नंदजी पाण्डेय पहुंचे। उन्होंने घायलों को अस्पताल पहुंचाने में मदद की।
कलुआ व परसापारा में मातम
बताया जाता है कि सभी मृतक ग्राम कृष्णपुर के हैं, जबकि आहतों में दो लोग ग्राम परसापारा के बताए गए हैं। घटना की जानकारी लगते ही दोनों गांव के लोग बड़ी संख्या में मौके पर पहुंच गए और दूसरी ओर गांव में जहां मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है तो वहीं पूरे गांव में मातम पसर गया है।
पुलिस को है क्या और किसी हादसे का इंतजार?
ज्ञात हो कि बाईपास बनने के बाद कलेक्टर केसी देवसेनापति ने यात्री बस समेत समस्त बड़ी वाहनों को नगर में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया था। इसके बावजूद यात्री बस समेत ट्रक आदि का बीच सड़क से गुजरना बदस्तूर जारी है। कई बार यातायात पुलिस समेत अन्य आला अफसरों का ध्यानाकर्षित किया जा चुका है और वे कार्रवाई के लिए भरोसा भी दिलाते रहे हैं।
बावजूद इसके आज तक इस पर पूरी तरह प्रतिबंध नहीं लगा है। बाजार का दिन हो या कोई और दिन बेधड़क बड़ी गाडिय़ां नगर के भीड़भाड़ वाली जगहों से रफ्तार से दौड़ती देखी जा सकती हैं। सबकुछ देखते हुए भी पुलिस अपनी आंखें मूंदे हुए है।