इस पर चांदनी पुलिस ने आरोपियों से 8 हजार रुपए नगद व एक किलो चांदी बरामद किया है। शेष चोरी की राशि व जेवरात कहां है और कब बरामद होगी, फिलहाल इसकी जानकारी नहीं दी गई है। बहरहाल, जिले की पुलिस इस सफलता पर राहत महसूस कर रही है। क्योंकि जिले में हो रही चोरियां पुलिस के लिए सिरदर्द बनी हुई है।
बुधवार की रात जिला मुख्यालय से एक आरक्षक की बोलेरो पार कर दिए जाने के मामले में पुलिस को अब तक कोई सफलता हाथ नहीं लगी है। इससे पुलिस की बेहद किरकिरी हो रही है।
पुलिस की विज्ञप्ति के मुताबिक मध्यप्रदेश की बैढऩ पुलिस ने अपने क्षेत्र में हुई चोरियों की पतासाजी कर रही थी कि जांच में ग्राम बुधेला के 30 वर्षीय रामकुमार बसोर उर्फ मझला, 34 वर्षीय गोविन्द बसोर उर्फ सेठ, ग्राम लमीदह के 28 वर्षीय सिपाही लाल उर्फ रामवृक्ष, 34 वर्षीय बहादुर बसोर एवं ग्राम बरहवाटोला के 35 वर्षीय रामजम बसोर पुलिस के हत्थे चढ़े।
इनसे पूछताछ के दौरान उक्त आरोपियों ने चांदनी क्षेत्र में भी चोरी करना स्वीकार किया। जिसकी सूचना थाना प्रभारी चांदनी को दी गई। इस पर चांदनी पुलिस ने न्यायालय सूरजपुर से प्रोडक्शन वारंट जारी कराकर आरोपियों को पुलिस रिमाण्ड लेकर पूछताछ की तो उन्होंने चोरी करना स्वीकार किया।
सोने के आभूषणों को गजरा बहरा, जिला सिंगरौली के बाजार के साप्ताहिक बाजार में बिक्री करना एवं बेचे गये रकम से कुछ चांदी के आभूषण खरीदना बताया। इन आभूषणों को घरों में छिपाकर रखने की भी बात कही।
निशानदेही पर जेवर किए बरामद
पुलिस टीम ने आरोपियों के मेमोरण्डम कथन के अनुसार उनसे चांदी के आभूषण लगभग 1 किलो तथा नकदी रकम 8 हजार रुपए बरामद किया गया है। आरोपियों को न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया है।
इस कार्रवाई में एसडीओपी ओडग़ी डॉ. धुर्वेश जायसवाल के नेतृत्व में थाना प्रभारी चांदनी विकेश तिवारी, एसआइ एसपी सिंह, प्रधान आरक्षक रामलगन, आरक्षक महेन्द्र तिवारी, राम सिंह, निर्मल राजवाड़े व अशोक कुजूर सक्रिय रहे।