ग्राम पंचायत भुवनेश्वरपुर के दो महिला स्वयं सहायता समूह की सेन्ट्रल बैंक से स्वीकृत ऋण की राशि ६ लाख ३६ हजार रुपए अज्ञात लोगों ने आहरित कर लिए। हंसवाहिनी महिला स्वयं सहायता समूह के सदस्य जब सेंट्रल बैंक स्थित अपने बचते खाते से 65 हजार रुपए निकालने गए तो बैंक में बताया गया कि इस खाते में सिर्फ 1153 रुपए हैं।
जबकि इसी समूह को बैंक से 4 माह पूर्व 2 लाख 50 हजार का ऋण स्वीकृत हुआ था, जब स्वीकृत ऋण कि राशि लेने समूह के अध्यक्ष व सदस्य जाते थे तो तत्कालीन मैनेजर द्वारा कहा जाता था कि अभी पैसा नहीं है।
तत्कालीन मैनेजर आलोक गुप्ता के निलंबित होने के बाद नए मैनेजर द्वारा बताया गया कि खाते से 2 लाख 40 हजार रुपए 25 मई को आहरित हो चुके हंै, जबकि 25 मई को चौथा शनिवार होने के कारण बैंक बंद था, इस मामले की शिकायत समूह की अध्यक्ष धनेश्वरी यादव व सदस्यों ने थाने में की है।
वहीं ग्राम पंचायत भुवनेश्वरपुर के ही मधुबन महिला स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष अनिता सहित सदस्यों ने थाने में शिकायत की है कि सेन्ट्रल बैंक स्थित उनके खाते से 8 अगस्त को 3 लाख 36 हजार रुपए एवं 17 अगस्त को 60 हजार रुपए आहरित कर लिए गए हैं, जबकि समूह द्वारा किसी प्रकार का प्रस्ताव नहीं दिया गया है और न ही राशि आहरित की गई है।
तत्कालीन मैनेजर ही बता पाएंगे
इस संबंध में बैंक के शाखा प्रबंधक अनिष्ठ टोकने ने कहा कि उक्त मामले में तत्कालीन मैनेजर आलोक गुप्ता ही कुछ बता पाएंगे। इस मामले से आला अधिकारियों को अवगत कराया जाएगा।