सूरजपुर जिले के बिश्रामपुर थानांतर्गत ग्राम शिवनंदनपुर तालाबपारा निवासी मो. हनीफ 50 वर्ष अपनी पत्नी मेहरुन्निशा 45 वर्ष के साथ एसईसीएल बिश्रामपुर के बंद पड़ी ओसीएम खदान क्रमांक-एक से शुक्रवार को अवैध रूप से कोयला निकालने गया था। रात तक जब दोनों घर नहीं लौटे तो परिजनों ने उनकी खोजबीन शुरु की।
पहले भी हो चुकी हैं मौतें, प्रबंधन की लापरवाही आई सामने
एसईसीएल बिश्रामपुर प्रबंधन की लापरवाही से 2 लोंगो की और मौत हो गई। इससे पहले एसईसीएल बिश्रामुपर के पोखरी खदानों में डूबने एवं कोयला निकालने के दौरान डेढ दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इसके बाद भी कोई पहल नहीं की जा रही है।
कोल इंडिया के ये हैं निर्देश
कोल इंडिया का निर्देश है कि कोयला उत्खनन के बाद संबंधित क्षेत्र का एसईसीएल प्रबंधन समतलीकरण करेगा, ताकि जनहानि न हो। पंरतु ऐसा भी नहीं किया जा रहा है। यहां कोयला निकालकर उसे खुला छोड़ दिया गया है। इधर जान जोखिम में डाल लोग बंद खदानों से कोयला उत्खनन करते हैं। उन्होंने इसे अपने जीविकोपार्जन का धंधा बना लिया है।
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