गौरतलब है कि हाईड्रोकार्बन महानिदेशालय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय भारत सरकार के प्रस्ताव पर छत्तीसगढ़ शासन राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग मंत्रालय द्वारा प्रदेश के सात जिले सूरजपुर, बलरामपुर, बेमेतरा, बालोद, बलौदा बाजार, गरियाबंद व मुंगेली में हाईड्रोकार्बन की खोज हेतु २-डी भूकंमपीय सर्वेक्षण की सैद्धांतिक सहमति प्रदान की गई है।
इन गांवों में होगा सर्वे
निर्धारित एजेंसी द्वारा बोरिंग मशीनों व आधुनिक उपकरणों के साथ रामानुजनगर ब्लॉक के ग्राम कौशलपुर, बकना, उमापुर, मांजा, सूरता, पंपानगर, अक्षयपुर व प्रेमनगर ब्लॉक के उमेश्वरपुर व पार्वतीपुर में पेट्रोल, डीजल व प्राकृतिक गैस की खोज के लिए सर्वे किया जाना है। अभी रामानुजनगर ब्लॉक में सर्वे चल रहा है।
रिपोर्ट के आधार पर फिर होगा थ्री-डी सर्वे
एजेंसी ने जानकारी दी कि जमीन के भीतर की भेजी गई तस्वीरों के आधार पर जहां कहीं भी पेट्रोकेमिकल्स की संभावना नजर आएगी, वहां पुन: थ्री डी भूकंमपीय सर्वे कराया जाएगा। अभी जारी सर्वे के लिए राज्य सरकार द्वारा स्थानीय जिलों के कलक्टर व एसपी को सभी प्रकार के आवश्यक सहयोग करने के लिए निर्देशित किया गया है।
जमीन के अंदर कर रहे विस्फोट
सर्वेक्षण टीम द्वारा चार-पांच बोरिंग मशीनों से चिन्हांकित गांवों की जमीन पर 50 से 60 फिट तक खुदाई कराई जा रही है। इसके बाद भूमि के अंदर विस्फोट कर जियो फोन के जरिए तस्वीर ली जा रही है। इस तस्वीरों को सीधे मुंबई भेजा जा रहा है। अभी ये सर्वे दो साल तक चलेगा।
सर्वे में प्रशासन कर रहा सहयोग
जिले में पेट्रोकेमिकल्स होने की संभावना पर निर्धारित एजेंसी सर्वे कर रही है। इसमें प्रशासन सहयोग कर रहा है।
बिजेंद्र पाटले, एसडीएम, सूरजपुर