सूरजपुर जिले के जयनगर थानांतर्गत ग्राम मलगा निवासी सुबंस राम की 65 वर्षीय मां सुखमेन बाई पर गांव के ही बालेश्वर ने आरोप लगाया था कि उसके पुत्र चंद्रशेखर की मौत सुखमेन के जादू-टोना करने से हुई है।
झाडफ़ंूक किए जाने से ही सुखमेन ठीक हो सकती है, ऐसा कहकर उसने ग्रामीणों की मदद मांगी लेकिन किसी ने उसका साथ नहीं दिया। फिर आरोपी ने वृद्धा के दूसरे पुत्र वंश गोपाल को अपने झांसे में लिया और २ मार्च को सुखमेन को जबरन ग्राम राजापुर के एक बैगा के पास ले गया।
बैगा ने उसके सामने शर्त रखी कि अगर झाडफ़ूंक के दौरान कुछ हुआ तो इसकी जिम्मेदारी तुम लोगों की होगी। इस पर दूसरे आरोपी ध्वजनाथ ने एक स्टाम्प पेपर पर लिखकर अनहोनी की जिम्मेदारी ली।
इसके बाद बैगा ने झाडफ़ूंक शुरू कर दिया। 14 दिन तक झाडफ़ूंक का खेल चलता रहा और तबियत काफी बिगड़ जाने से शनिवार को वृद्धा ने दम तोड़ दिया। मृतिका के पुत्र सुबंस राम ने मामले की लिखित शिकायत जयनगर थाने में दर्ज कराई है।