इसे अन्य हाथियों ने निकालने की कोशिश भी की, लेकिन वह बुरी तरह फंस गया था। इसके बाद अन्य हाथियों का दल जंगल की ओर चला गया। इधर कुछ देर बाद दलदल में फंसे शावक की मौत हो गई। सूचना पर वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे। मृत हाथी को दलदल से निकालकर उसका पीएम कराया गया।
गौरतलब है कि पिछले एक सप्ताह से कुदरगढ़ रेंज अंतर्गत आने वाले ग्राम चेंद्रा, पकनी, करौटी, जाज व अन्य ग्रामों में २४ हाथियों का दल जमकर उत्पात मचा रहा था। हाथियों द्वारा घरों को तोडऩे के साथ ही किसानों की फसल को भी काफी नुकसान पहुंचाया गया है।
24 घंटे के भीतर कुमकी हाथियों के 2 शावकों की मौत से मचा हड़कंप, इस वायरस से मौत की संभावना
इसी बीच मंगलवार की सुबह हाथियों का दल ओडग़ी विकासखंड के ग्राम जाज में करहिया नाला को पार कर रहा था, इसी दौरान
एक शावक दलदल में फंस गया। इसे फंसा देख अन्य हाथियों ने उसे निकालने की काफी कोशिश की।
लेकिन वह बुरी तरह दलदल में फंस गया था, इसलिए बाहर नहीं निकल सका। इसके बाद हाथियों का दल जंगल की ओर चला गया। इधर दलदल में फंसे शावक ने दम तोड़ दिया।
एक और हाथी की मौत, जंगल में मिली सड़ी-गली लाश, रेंजर समेत वन अमला बेखबर
पहुंचा वन अमला, शव निकालकर किया दफनहाथी के शावक (Elephant Cub Death) की मौत की सूचना ग्राम जाज के लोगों ने वन विभाग को दी। इस पर रेंजर नरेंद्र गुप्ता अन्य कर्मचारियों के साथ मौके पर पहुंचे। इस घटना की जानकारी मिलने पर डीएफओ सहित अन्य अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचे। मृत शावक के शव को दलदल से निकालकर उसका पीएम कराकर दफना दिया गया।