सोनी के मुताबिक पूर्व मंत्री पुत्र ने वर्ष 2014 में शादी का शपथ पत्र दिया है, जो झूठा है। आरटीआइ कार्यकर्ता के इस आरोप के बाद बिफरे पूर्व मंत्री पुत्र लवकेश पैकरा ने जारी एक बयान में अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज किया है।
उन्होंने कहा है कि वर्ष 2014 में बासमती पैकरा नाम की लड़की से उन्होंने कानूनी तौर पर विवाह किया था लेकिन बाद में दाम्पत्य जीवन नहीं निभ सका। इससे वे अलग हो गए हैं।
इसके बाद उन्होंने दोबारा वर्ष 2017 में दुर्गावती नाम की लड़की से विवाह किया है। इसमें गलत क्या है। उन्होंने आरटीआइ कार्यकर्ता को नसीहत देते हुए कहा है कि किसी के निजी जीवन में झांकने का हक उन्हें नहीं है। साथ ही उन्होंने आरोप को राजनीतिक प्रेरित बताया।
पिता को बदनाम करने की कोशिश
पैंकरा ने कहा कि चुनाव आते ही ऐसे लोग सक्रिय हो जाते हैं, चूंकि उनके पिता बड़े आदिवासी नेता हैं, लिहाजा उन्हें बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। पैंकरा ने कहा कि डीके सोनी नियम विरूद्ध कार्य कर रहे हैं। आचार संहिता लागू होने के बाद भी उन्होंने शासकीय विश्रामगृह का उपयोग पत्रकारवार्ता के लिए किया है, जो नियम विरूद्ध है।