ओडग़ी ब्लॉक के दूरस्थ अंचल स्थित सुप्रसिद्ध रकसगण्डा जलप्रपात में 20 जनवरी को मध्यप्रदेश के जयंत कॉलरी के लीलाधर ठक्कर परिवार के साथ पिकनिक मनाने आए थे। वे दोपहर करीब 2 बजे रकसगण्डा पहुंचे थे, जहां घूमने के बाद खाना आदि बनाने का कार्य चल रहा था, इसी दौरान परिवार की महिलाएं जलधारा की ओर घूमने गई थीं।
उन्हें बुलाने के लिए लीलाधर ठक्कर ने अपनी 8 वर्षीय बच्ची मानवी ठक्कर को भेजा। मानवी एक जगह पर पैर धोने लगी और इसी बीच फिसलने से गहरे पानी में जा गिरी। जब तक लोग कुछ समझ पाते, इससे पहले बच्ची बहकर काफी दूर निकल गई। इसकी जानकारी लगते ही पिकनिक मना रहे परिवार की खुशियां गम में तब्दील हो गईं।
पूरा माहौल गमगीन हो गया था। तत्काल आसपास के ग्रामीण सहित पुलिस-प्रशासन को इसकी सूचना दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर गोताखोरों के हवाले से बच्ची की तलाश प्रारंभ की, लेकिन उस दिन शाम हो जाने के कारण उसका पता नहीं चल सका था। दूसरे दिन भी शव को ढूंढा नहीं जा सका। मंगलवार को तीसरा दिन भी बीत गया लेकिन मासूम मानवी का शव नहीं मिल पाया।