गौरतलब है कि चांदनी बिहारपुर क्षेत्र के ग्राम कुबेरपुर निवासी कन्हैया लाल यादव ने मवेशी रखने वाले घर में करीब 2 दर्जन बकरियों को रखा था। सोमवार की सुबह करीब 10 बजे कन्हैयालाल की पुत्री सरिया (मवेशियों के बांधने का स्थान) बकरियों को चराने ले जाने पहुंची तो 12 बकरे-बकरियां मृत मिलीं।
उसने तत्काल इसकी जानकारी अपने परिजनों को दी। परिजन व गांव के लोग पहुंचे तो बकरियां खून से लथपथ थीं। बकरियों को किस जानवर ने मारा, यह पता नहीं चला लेकिन मारने के तौर तरीके से यह बात समझ में आई कि तेंदुए ने उनका शिकार किया है।
तेंदुए की बात सामने आते ही उनके होश उड़ गए। इसके बाद ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। इस मामले के सामने आने के बाद से वन विभाग भी सतर्क हो गया है और ग्रामीणों को भी सतर्क रहने कहा गया है।
पड़ोसी जिले में तेंदुए ने 2 महिलाओं को मार डाला है
गौरतलब है कि महीनेभर के भीतर ही सूरजपुर के पड़ोसी कोरिया जिले में तेंदुए का जबरदस्त आतंक (Leopard panic) रहा है। वन विभाग द्वारा तेंदुए को पकडऩे पिंजरे तो लगाए गए लेकिन उसमें वह नहीं फंस सका है। ऐसे में माना जा रहा है कि उक्त तेंदुआ ही बिहारपुर इलाके में आ धमका है, जिससे क्षेत्र के लोगो को नींद उड़ गई है।