ग्राम हर्रापारा निवासी लल्ला उर्फ प्रमोद केंवट 38 वर्ष केंवरा के बांध में मछली मारने का काम करता था। 23 अप्रैल की सुबह उसका रक्तरंजित शव महुआपारा बांध के समीप पेड़ के नीचे मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी।
घटना स्थल पर ही पड़े मिले पत्थर पर खून के निशान लगे थे। इससे स्पष्ट था कि अज्ञात आरोपी द्वारा पत्थर से वार कर उसकी हत्या कर दी गई थी। सूचना पर मौके पर पहुंची झिलमिली पुलिस मामले में धारा 302, 201 के तहत अपराध दर्ज कर जांच में जुट गई।
इस दौरान पुलिस ने मृतक के साथ काम करने वालों से पूछताछ की। इसमें ग्राम केवरा महुआपारा निवासी 42 वर्षीय पारसनाथ पिता मि_ूलाल देवांगन गोल-मोल जवाब देता रहा। इस पर पुलिस ने शक होने पर जब उससे कड़ाई से पूछताछ की तो उसने लल्ला उर्फ प्रमोद केंवट की हत्या करने का जुर्म कबूल कर लिया। इस पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
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आरोपी ने बताया कि घटना दिवस 22 अप्रैल की रात में वह बांध के पास मौजूद लल्ला के पास गया और खाना खाने को बोला। इसी बीच उसने विवाद करते हुए गलत नियत (wrong intention) से उसके रिश्तेदार लडक़ी से बात कराने को कहा। इससे आवेश में आकर आरोपी ने पत्थर को उसके सिर पर पटक दिया, इससे उसकी मौत हो गई थी।
कार्रवाई में ये रहे शामिल
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी बसंत खलखो, पास्कल लकड़ा, हितेश्वर राजवाड़े, हेमन्त सोनवानी, चंद्रदेव मरावी, महेश सिदार, राजू कुमार, भीमेश सिंह आर्मो व मनीष नायक सक्रिय रहे।