इसमें यह बात निकलकर सामने आई कि बेटे द्वारा आपत्तिजनक हालत में देख लिए जाने के बाद मां व उसके प्रेमी ने ही मिलकर उसकी हत्या कर दी थी। (Murder in Illegal relation) हत्या को आत्महत्या का रूप देने के लिए उसे फांसी पर लटकाया जा रहा था लेकिन शरीर भारी होने वे इस मंशा में कामयाब नहीं हुए और शव छोडक़र भाग निकले। 1 साल बाद हुए अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाते हुए पुलिस ने मृतक की मां व उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
सूरजपुर एसपी राजेश कुकरेजा ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि झिलमिली थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम कोटेया निवासी बीरसाय कुशवाहा ने 25 जून 2019 को थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसके भतीजे प्रदीप कुशवाहा पिता स्व. बबन का शव सुबह पड़ोसी की बाड़ी में मिला है। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो गले में चोट के निशान मिले।
पीएम रिपोर्ट में डॉक्टरों ने गला दबाकर हत्या की पुष्टि की थी। इस पर पुलिस अज्ञात के खिलाफ हत्या का अपराध दर्ज कर विवेचना में जुट गई थी। ओडग़ी एसडीओपी मंजूलता बाज के नेतृत्व में एसपी ने टीम का गठन किया था। इसी बीच पता चला कि गांव के पंच विजय नारायण कुशवाहा का मृतक की मां रामबाई से 2 वर्ष से अवैध (Illegal relation) प्रेम संबंध था।
घटना दिवस 24 जून 2019 की रात मृतक प्रदीप ने अपनी मां को उसके प्रेमी विजय नारायण के साथ बाड़ी में आपत्तिजनक हालत में देख लिया था। इसके बाद प्रेमी व मां ने रस्सी से गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी थी। पुलिस की पूछताछ में दोनों ने हत्या की बात स्वीकार कर ली।
पुलिस ने मामले में धारा 302, 201, 34 के तहत अपराध दर्ज कर विजय नारायण कुशवाहा व रामबाई को गिरफ्तार कर बुधवार को जेल भेज दिया।
गला घोंटने के लिए मां ही लाई थी रस्सी
प्रदीप जब 2 वर्ष का था तो उसके पिता की मृत्यु हो गई थी। इसके बाद उसका चाचा बीरसाय उसे पालन-पोषण करने कोरिया जिले के पटना थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम खोंड़ ले गया था। 22 जून को वह खोड़ से अपनी मां के पास ग्राम कोटेया आया था। 24 जून की रात करीब 11 बजे पंच विजयनारायण कुशवाहा उसकी मां से मिलने पहुंचा तो बेटे को घर पर देख उसने पूछा कि बेटा आया है, चलो बाड़ी की ओर चलते हैं। (Murder in Illegal relation)
गला घोंटने के लिए मां ही लाई थी रस्सी
प्रदीप जब 2 वर्ष का था तो उसके पिता की मृत्यु हो गई थी। इसके बाद उसका चाचा बीरसाय उसे पालन-पोषण करने कोरिया जिले के पटना थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम खोंड़ ले गया था। 22 जून को वह खोड़ से अपनी मां के पास ग्राम कोटेया आया था। 24 जून की रात करीब 11 बजे पंच विजयनारायण कुशवाहा उसकी मां से मिलने पहुंचा तो बेटे को घर पर देख उसने पूछा कि बेटा आया है, चलो बाड़ी की ओर चलते हैं। (Murder in Illegal relation)
कुछ देर बाद प्रदीप बाड़ी की ओर पहुंचा तो मां अपने प्रेमी विजयनारायण के साथ आपत्तिजनक हालत में थी। यह देख वह विजयनाराण से हाथापाई करने लगा तो मां दौडक़र नायलोन की रस्सी ले आई और दोनों ने मिलकर उसकी गला दबाकर हत्या कर दी।
आत्महत्या का रूप देने लटका रहे थे फांसी पर
गला दबाकर हत्या करने के बाद वारदात को आत्महत्या का रूप देने दोनों शव को उठाकर पड़ोसी राजेश कुशवाहा के निर्माणाधीन मकान में ले गए। यहां फांसी का फंदा बनाकर उसे रस्सी से टांग रहे थे लेकिन मृतक का शरीर भारी होने के कारण वे इसमें सफल नहीं हो सके। (Murder in Illegal relation)
इसके बाद मां घर से एक कपड़ा ले आई बेटे के जूते व मोबाइल उसमें बांधकर पैरा में छिपा दी तथा दोनों शव वहीं छोडक़र घर चले गए। पुलिस की पूछताछ में यह भी पता चला था कि आरोपी विजयनारायण अक्सर रामबाई के घर आता था लेकिन वारदात के बाद से उसने आना कम कर दिया था।
कार्रवाई में ये रहे शामिल
एसडीओपी ओडग़ी मंजूलता बाज के नेतृत्व में थाना प्रभारी झिलमिली नरेन्द्र सिंह, थाना प्रभारी भटगांव किशोर केंवट, चैकी प्रभारी चेन्द्रा आराधना बनोदे, चैकी प्रभारी करंजी चित्रलेखा साहू, एएसआई लवकुश राजवाड़े, गुरू प्रसाद यादव, लक्ष्मी प्रसाद गुप्ता, प्रधान आरक्षक अभिषेक पाण्डेय, संजय चैहान,
आरक्षक हितेश्वर राजवाड़े, अमित कुमार सिंह, हेमंत कुमार सिंह, निलेश जायसवाल, कमलेश मानिकपुरी, रामा कुमार, राकेश सिंह, नोविन लकड़ा, भुनेश्वर पाटले, ओम प्रकाश सिंह, राजू कुमार, रजनीश पटेल, सुशील मिश्रा, संतोष जायसवाल, महिला आरक्षक प्रफुल्ला मिंज व अंजिता तिर्की शामिल रहे।