मामले का खुलासा पुलिस संभवत: सोमवार को करेगी। इधर पीडि़त परिवार सहित दर्जनों ग्रामीण रविवार को जयनगर थाना पहुंचे व आरोपियों को कड़ी सजा देने की मांग की। मृतक के परिजनों का आरोप है कि पुलिस मुख्य आरोपी युवक को बचाना चाह रही है।
सूरजपुर जिले के लटोरी चौकी अंतर्गत ग्राम बृजनगर निवासी रितिक कुमार राजवाड़े पिता राजेंद्र प्रसाद राजवाड़े 15 वर्ष 10वीं कक्षा का छात्र था। वह सहारा पब्लिक स्कूल में पढ़ाई करता था। शुक्रवार की रात घर के अन्य सदस्य खाना खाकर सो गए थे, जबकि रितिक पढ़ाई कर रहा था।
रात करीब 3 बजे परिजनों की नींद खुली तो छात्र के कमरे का दरवाजा खुला था। उन्होंने जाकर देखा तो रोहित कमरे में नहीं था। इसके बाद घर में हो-हल्ला मच गया। परिजनों ने रोहित की खोजबीन शुरु कर दी। रात में ही परिजन रितिक की खोजबीन करते गांव में निकले।
इसी बीच घर से करीब 200 मीटर दूर झाडिय़ों में उसकी खून से लथपथ लाश मिली। यह देख परिजनों के होश उड़ गए। उन्होंने इसकी सूचना चौकी में दी। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरु की। छात्र रितिक के गले व शरीर के अन्य हिस्से में धारदार हथियार से वार के निशान थे।
परिजनों की रिपोर्ट पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का अपराध दर्ज कर मामले की विवेचना शुरु कर दी थी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मामले में पुलिस एक युवक व अपचारी बालक को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। संभवत: पुलिस पूरे मामले का खुलासा सोमवार को करेगी।
परिजनों एवं ग्रामीणों ने लगाए गंभीर आरोप
मृतक के चाचा चमन प्रसाद, मामा शिव राजवाड़े, दिलीप राजवाड़े सहित ग्राम के फूल साय राजवाडे, धनुषधारी राजवाड़े आदि ने पुलिस पर आरोप लगाया कि मुख्य आरोपी वह युवक ही है, जिसे पुलिस ने हिरासत में लिया है, लेकिन पुलिस उसे गवाह बनाकर बचाना चाहती है।
परिजन व ग्रामीणों ने कहा कि जब अपचारी बालक रितिक की हत्या कर रहा था तो सामने खड़ा वह युवक क्या कर रहा था। युवक जब मौके पर था तो 12 घंटे के बाद भी मृतक के परिजन या ग्रामीणों को क्यों नहीं बताया।
ऐसे कई सवाल हैं, जिसकी पुलिस सघन से जांच करे। परिजन व ग्रामीणों ने युवक को ही मुख्य आरोपी बनाने की मांग की है। इधर अब पुलिस के खुलासे का इंतजार है।