गौरतलब है कि नगर के जेलपारा निवासी एवं युवा ठेकेदार रंजन कुमार सोनी उर्फ राजू सोनी 35 वर्ष, राष्ट्रीय राजमार्ग में संलग्न ठेकेदार प्रकाशचंद राय के अधीनस्थ पेटी कांट्रेक्टर के रूप में पुल- पुलिया का निर्माण कराता था। नगर सीमा स्थित सुतिया नाला पुल का निर्माण भी रंजन सोनी द्वारा कराया गया था। मृतक के परिजन और सुसाइड नोट में इस बात की जानकारी दी गई कि एनएच ठेकेदार प्रकाशचंद राय द्वारा रंजन सोनी का हिसाब ठीक से नहीं किया गया और भुगतान देने से इंकार कर दिये जाने के कारण मजदूरों की लंबित मजदूरी का भुगतान नहीं कर पा रहा था।
इस वजह से रंजन सोनी कई दिनों से मानसिक रूप से परेशान रहता था। इसी बीच प्रकाशचंद राय ने पुल का शेष काम रंजन से छीनकर दूसरे ठेकेदार को दे दिया तो रंजन सोनी तनावग्रस्त हो गया। वो 1 सितम्बर की रात करीब 10 बजे टहलने के नाम से घर से निकला और सेवाकुंज तिलसिवां नाला स्थित बाइपास चौराहे से लगे परसा के पेड़ पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
पूरी रात ढूंढते रहे परिजन
परिजन ने बताया कि मृतक रंजन सोनी के परिजन उसके न लौटने पर अनहोनी की आशंका से रातभर संभावित स्थानों पर ढंूढते रहे। सुबह जेलपारा से लगे बायपास चौक में पेड़ पर फांसी पर रंजन का शव लटके देखे जाने की सूचना मिलने पर घर परिवार में कोहराम मच गया। रंजन की पैकेट से मिले सुसाइड नोट में उसने ठेकेदार प्रकाशचंद राय को आपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया गया है और हिसाब में गडग़ड़ी एवं काम छिनकर दूसरे को दे देने की बात भी लिखी गई है।
परिजन ने बताया कि मृतक रंजन सोनी के परिजन उसके न लौटने पर अनहोनी की आशंका से रातभर संभावित स्थानों पर ढंूढते रहे। सुबह जेलपारा से लगे बायपास चौक में पेड़ पर फांसी पर रंजन का शव लटके देखे जाने की सूचना मिलने पर घर परिवार में कोहराम मच गया। रंजन की पैकेट से मिले सुसाइड नोट में उसने ठेकेदार प्रकाशचंद राय को आपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया गया है और हिसाब में गडग़ड़ी एवं काम छिनकर दूसरे को दे देने की बात भी लिखी गई है।
पुलिस ने कहा- विवेचना के बाद कार्रवाई
सिटी कोतवाली प्रभारी अनूप एक्का ने बताया कि मामले में फिलहाल मर्ग कायम किया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और सुसाइड नोट से संबंधित सभी पहलुओं की जांच के बाद ही कार्रवाई तय की जायेगी। पुलिस द्वारा विवेचना शुरू कर दी गई है।
सिटी कोतवाली प्रभारी अनूप एक्का ने बताया कि मामले में फिलहाल मर्ग कायम किया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और सुसाइड नोट से संबंधित सभी पहलुओं की जांच के बाद ही कार्रवाई तय की जायेगी। पुलिस द्वारा विवेचना शुरू कर दी गई है।