सचिव ने आत्महत्या क्यों की, इस संबंध में तरह-तरह की चर्चाएं क्षेत्र में व्याप्त हैं। इसी बीच मृतक की पत्नी पूनम गुप्ता व पिता शीतल गुप्ता ने झिलमिली में शिकायत दर्ज कराई है। इसमें मृतक की पत्नी ने आरोप लगाया है कि ग्राम पंचायत सिरसी में मेरे पति की पदस्थापना के दौरान ग्राम के निर्माण कार्यों को पूर्व उपसरपंच द्वारा दबाव बनाकर 13 लाख रुपए शासकीय राशि चेक के रूप में अपने किसी करीबी फर्म के नाम चेक कटाकर फर्जी तरीके से आहरण कर लिया।
वहीं ऊंचडीह निवासी एक व्यक्ति की दुकान से निर्माण सामग्री स्वयं लाकर उधार राशि मृतक सचिव के नाम लिखवा दी। फिर निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद उक्त दुकानदार का बिल न लगाकर दूसरे का बिल लगा उससे 9 लाख व 4 लाख स्वयं ले लिए। इस राशि को मांगने पर आज दूंगा, कल दूंगा कहकर टालता रहा। मृतक की पत्नी ने यह भी बताया कि पूर्व सरपंच ने जानकारी दी है कि 13 लाख रुपए को एक मेडिकल दुकानदार से संपर्क कर गुजरात के सूरत के एक व्यक्ति को भेजा गया है। इस कारण सचिव काफी परेशान रहते थे।
मृतक की पत्नी ने बताया कि मृत्यु पूर्व देर रात्रि तक उनका फोन लगातार बज रहा था और पति फोन उठाकर मेरे सामने नहीं, बल्कि बाहर जाकर बात करते रहे। अंदर आने पर बहुत घबराए हुए थे रात भर वे सो भी नहीं सके थे। यहां तक की सुबह मृत्यु के बाद भी फोन आ रहे थे।
ग्रामीणाें ने कलेक्टर से की थी शिकायत
ग्राम सिरसी के लोगों ने सचिव के खिलाफ कलेक्टर से शिकायत की थी। इसकी जांच उसी दिन होनी थी, जिस दिन सचिव ने आत्महत्या कर ली। मृतक की पत्नी के आरोप अनुसार उसी दिन शिकायतकर्ताओं का फोन भी बार-बार आ रहा था। उन्होंने शिकायत में कहा है कि शिकायतकर्ता जांच न कराने के नाम पर सचिव से पैसे की मांग कर रहे थे। सचिव ने शिकायतकर्ता वार्ड पंच को 8 हजार रुपए भी ट्रांसफर किए थे। मृतक की पत्नी के आरोप अनुसार पूर्व उपसरपंच के अलावा ग्राम के अन्य शिकायतकर्ता भी परेशान किया करते थे। इस कारण मानसिक रूप से प्रताड़ित होकर सचिव ने ऐसा कदम उठाया है।
मृतक के पिता ने लगाए गंभीर आरोप
मृतक सचिव के पिता ने आरोप लगाया है कि पंचायत की राशि का गड़बड़झाला पूर्व उपसरपंच ने दबाव बनाकर मृतक सचिव से कराया है। वही ग्राम पंचायत के कई लोगों द्वारा पैसों की मांग कर प्रताड़ित किया जा रहा था, इस कारण मेरे बेटे ने आत्महत्या कर ली। उन्होंने यह भी कहा है कि एक पंच द्वारा मुझे बताया गया कि उसके वेतन की राशि खाते में आने के तुरंत बाद किसी अन्य व्यक्ति के खाते में चला जाता था, इस कारण उसके पास पैसा नहीं बचता था, उसके आत्महत्या में यह भी प्रमुख कारण है।
परिजन के शिकायत पत्र की होगी जांच
झिलमिली के थाना प्रभारी सीपी तिवारी ने अपने बयान में कहा की इस मामले में मर्ग कायम कर विवेचना की जा रही है। मृतक के पिता व पत्नी द्वारा अलग-अलग शिकायत पत्र दिया गया है, इसकी जांच की जाएगी।