बुधवार की रात को मानपुर मोहल्ले में रहने वाले आरक्षक राजेश पटेल की बोलेरो वाहन क्रमांक सीजी-29,ए-1582 को घर के सामने से अज्ञात चोरों ने पार कर दिया है। और चोरी की घटनाओं की तरह इस मामले में भी पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर पतासाजी शुरू तो की है, मगर घटना के करीब 18 घंटे बाद भी चोरी का कोई सुराग हाथ नहीं लगा है।
इस घटना से नगर में एक बार फिर दहशत का माहौल है। जिले के पुलिस अफसर लगातार बेहतर पुलिसिंग, सामुदायिक पुलिसिंग के दावे कर अपनी पीठ थपथपाने में लगे हुए हैं। जबकि हकीकत इससे कोसों दूर है।
ऐसा नहीं कि सिर्फ यही चोरी की एक घटना पुलिस के लिए चुनौती है, बल्कि इसके पहले भी जिला मुख्यालय समेत चांदनी बिहारपुर व अन्य जगहों से हुई चोरियों का भी पुलिस अब तक पता नहीं लगा सकी है। ऐसे में लोग यह सवाल खड़े करने से पीछे नहीं रहे हैं कि पुलिस की रात्रिगश्त केवल दिखावा है, जिस पर अफसर आंख मंूदे हुए हैं।
आरक्षक के घर के सामने से हुई बोलेरो चोरी की घटना ने तो लोगों को यह कहने के लिए विवश कर दिया है कि जब पुलिस खुद सुरक्षित नहीं है तो आम जनता की सुरक्षा कैसे कर पाएगी।