दूसरी ओर स्थानीय लोग छूट के प्रावधानों को लेकर संशय में है इसे अभी स्पष्ट न तो प्रशासन ने किया है और न ही एनएच द्वारा किया जा रहा है। इधर विधायक व जिपं उपाध्यक्ष ने मामले को लेकर सीएम को पत्र लिखा है।
सूरजपुर-अम्बिकापुर मार्ग के एनएच 43 के रेड़ नदी पर बने पुल के समीप टोल प्लाजा शुरू किया गया है। 28 अक्टूबर से शुरू इस टोल प्लाजा के लिए एनएच अथॉरिटी ने कई रियायतों की बात कही है, लेकिन बुधवार को पहले ही दिन लोगों काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। अचानक टोल प्लाजा में टैक्स को लेकर लोग परेशान रहे।
इसके अलावे सबसे ज्यादा दिक्कत उन्हें हुई जो विश्रामपुर से सूरजपुर दिन में कई बार आना जाना करते रहे हैं उन्हें इस दौरान कई बार टैक्स देना पड़ा। जबकि जो नियम जारी किए गए है उसके अनुसार 24 घण्टे के अंदर आना जाना करने वाले वाहनों के लिए छूट के प्रावधान बताए गए है।
लेकिन पहले दिन नियमों के पालन नहीं करने की शिकायत वाहन चालकों ने की है। वाहन धारकों के अनुसार उन्हें महज घण्टे 2 घण्टे में अलग अलग टोल टैक्स देना पड़ा है। जो सीधे-सीधे जेब पर डाका जैसा लग रहा है।
इस सम्बंध में टोल प्लाजा संचालक राजू सिंह ने बताया कि पहले दिन थोड़ी अव्यवस्था की स्थिति रही है दूसरी बात एनएच की ओर से इन नियमों की जानकारी उन्हें नहीं दी गई है वे इसके लिए बात कर रहे है । जो भी छूट का प्रावधान होगा वह नियमानुसार दिया जाएगा। उन्होनें वाहन धारकों से वाहनों में फास्ट टैग लगवाने की बात कही है,
जिससे लोगों को अनावश्यक परेशान नहीं होना पड़ेगा। नए वाहनों में इसकी सुविधा दी गई है जबकि पुराने वाहन धारक बैंकों से सुविधा के लिए सम्पर्क कर सकते हंै। सिंह ने बताया कि 20 किमी के दायरे वाले लोगों को छूट के लिए वे एनएच से मार्गदर्शन के लिए प्रयासरत हैं।
स्थानीय लोग चिंतित
इस टोल प्लाजा को लेकर सबसे ज्यादा चिंतित ऐसे लोग हैं जिनके घर व खेत बाड़ी नदी के इस पार या उस पार हंै। पचिरा कुरूवा केशवनगर में बहुत से ऐसे लोग भी हैं जिनके घर और खेत आने जाने के लिए टोल प्लाजा पार करना होगा। ऐसे में वे कितनी बार टैक्स देंगे। टोल प्लाजा शुरू होने की सुगबुगाहट के दौरान जिला प्रशासन के समक्ष अपनी चिंता जाहिर की थी तब प्रशासन ने इस पर विचार करने का भरोसा दिलाया था।
विधायक व जिपं उपाध्यक्ष ने लिखा पत्र
विधायक खेलसाय सिंह व जिला पंचायत उपाध्यक्ष नरेश राजवाडे ने मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर कहा है इस टोल प्लाजा से अनावश्यक बोझ पड़ेगा। आदिवासी बाहुल्य इस इलाके में बड़े पैमाने पर लोग प्रतिदिन विश्रामपुर ड्यूटी के साथ-साथ सम्भाग मुख्यालय अम्बिकापुर अपने वाहन से आना-जाना करते हैं जिस पर यह टोल टैक्स बोझ समान है। उन्होंने छोटे चार पहिया वाहनों को इससे मुक्त रखने की मांग की है।