सूरजपुर जिले के खडग़वां चौकी अंतर्गत ग्राम धरमपुर निवासी ज्ञान प्रकाश मरावी १९ फरवरी को अपने नाना-नानी के घर से वापस गांव आया था। वह अपने घर पहुंचा तो उसकी मां ४५ वर्षीय सावित्री वहां नहीं मिली। आसपास खोजने के बाद जब उसने अपने पिता ५० वर्षीय बाबूलाल मरावी से पूछा तो उसने चौंका देने वाली बात बेटे को बताई।
उसने कहा कि मैंने 3-4 दिन पहले तुम्हारी मां की फावड़ा से हत्या करने के बाद शव को बाड़ी में जला दिया है। यह बात पता चलने पर बेटे के होश उड़ गए, उसने इसकी जानकारी तत्काल सरपंच को दी। फिर सरपंच ने खडग़वां पुलिस को घटना की जानकारी दी।
मामले की सूचना पर पुलिस अधीक्षक राजेश अग्रवाल ने चौकी प्रभारी को एफएसएल की टीम के साथ घटना स्थल पहुंचकर साक्ष्य संकलित करने व आरोपी को गिरफ्तार करने के निर्देश देते हुए ट्रेनी आईपीएस संदीप कुमार पटेल व एसडीओपी प्रतापपुर अमोलक सिंह को घटना स्थल के लिए रवाना किया।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर के मार्गदर्शन में घटना स्थल पर चौकी खडग़वां की पुलिस व एफएसएल की टीम पहुंची। प्रकरण में आरोपी बाबूलाल मरावी के विरूद्ध धारा 302, 201 के तहत अपराध दर्ज किया गया। इसके बाद आरोपी को उसके गांव से गिरफ्तार कर लिया।
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पत्नी ने शारीरिक संबंध बनाने से किया मना और मार दी लात, गुस्से में पति ने कर दी हत्या पत्नी ने मारा था थप्पड़आरोपी ने बताया कि बीते मंगलवार को सुबह पूजा करते समय पत्नी से झगड़ा हो गया। इसी दौरान पत्नी ने उसे एक थप्पड़ मार दिया, इससे उसे अपमान महसूस हुआ, फिर उसने आवेश में आकर फावड़े से पत्नी के गर्दन में वार कर हत्या कर दी। इसके बाद रात में शव को बाड़ी में जला दिया था। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त फावड़ा जब्त कर लिया है।
कार्रवाई में ये रहे शामिल
कार्रवाई में थाना प्रभारी प्रतापपुर किशोर केंवट, चौकी प्रभारी खडग़वां सीपी तिवारी, एफएसएल अधिकारी कुलदीप कुजूर, प्रधान आरक्षक शरद सिंह, इन्द्रजीत सिंह, भुवनेश्वर केरकेट्टा, आरक्षक प्रमोद गुप्ता, राकेश सिरदार, चंदेश्वर राजवाड़े, श्याम सिंह, भगत सिंह नेताम, अनिल नायर, चंदर साय राजवाड़े व बंधुराम सारथी सक्रिय रहे।