scriptमिट्टी डलवाने का काम मशीन से करवाया और पैसा रिश्तेदारों के खाते में डलवाया, जानिए क्या है मामला… | worked from the machine and gave the money to the relatives | Patrika News

मिट्टी डलवाने का काम मशीन से करवाया और पैसा रिश्तेदारों के खाते में डलवाया, जानिए क्या है मामला…

locationसुरजपुरPublished: Feb 02, 2018 12:48:38 pm

25 टै्रक्टर मिट्टी डालकर निकाले चार लाख , ग्राम पंचायत पम्पापुर का मामला, एसडीएम ने दिये जांच के निर्देश

surajpur news
सूरजपुर. रामानुजनगर विकासखण्ड के ग्राम पंचायत पम्पापुर में मनरेगा के तहत स्वीकृत निर्माण कार्यों में मशीनरी का उपयोग किया जाता है और मजदूरी का भुगतान निर्माण समिति से जुड़े सदस्यों व उनके रिश्तेदारों के खाते में डालकर शासन की आंखो में धूल झोंका जा रहा है। इतना ही नहीं सड़क में 20-25 ट्रैक्टर मिटट्ी बिछाकर लाखों रुपए की राशि निकालकर बंदर बांट करने का मामला प्रकाश मेें आया है।
इस सम्बंध में ग्राम पंचायत पम्पापुर के पंच, जनपद सदस्य और सौ से भी अधिक ग्रामीणों ने हस्ताक्षरित शिकायत पत्र एसडीएम वीएस पाटले को सौंपते हुए बताया कि गंाव के सरपंच, सचिव और रोगार सहायक ने निर्माण कार्यो में अनियमितता बरती है।
महज 10 से 20 हजार की मिट्टी बिछाकर पंचायत के खाते से 3.97 लाख रुपए का फर्जी आहरण कर लिया गया है। मनरेगा के तहत जरूरत मंदों को रोजगार उपलब्ध कराने की बजाए मशीनों से काम कराया गया है और इस कार्य को मजदुरों से कराना दर्शाया गया है। ग्राम पंचायत अंतर्गत मिट्टी, मुरूम, सड़क, पुलिया, डबरी, भवन निर्माण, शौचालय समेत अन्य कार्यों में हुई अनियमितता का विवरण देते हुए ग्रामीणों ने जांच और कार्रवाई की मंाग की है।
आदेश के बावजूद नहीं हुई विशेष ग्राम सभा
ग्राम पंचायत में अनियमितता बरतने के कारण गांव मे आक्रोश व्याप्त है। इस जनाक्रोश का सामना करने में असमर्थ सरपंच, सचिव व सहयोगियों ने गत 23 जनवरी को शासन स्तर पर निर्देेशित विशेष ग्रामसभा का आयोजन भी ग्राम पंचायत में नहीं किया गया। जबकि जिले के समस्त ग्रामों में विशेष ग्राम सभा आयोजित कर सामाजिक, आर्थिक अंकेक्षण का कार्य किया गया और कई ग्रामोन्मुखी निर्णय भी पारित किये गये।
पंचायत से फर्जी आहरण कर राशि का बंदरबांट
ग्रामीणों के अनुसार सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक और निर्माण समिति के सदस्यों ने आपस में मिली भगत कर पंचायत की राशि का दुरूपयोग किया जा रहा है। लाखों का फर्जी बिल बनाकर पंचायत के मनमानी प्रस्ताव तैयार किये जाते हैं और मोटी रकम निकालकर आपस में राशि बांट ली जा रही है, जबकि वास्तविक गरीब मजदूरों को रोजगार और मजदूरी भी नसीब नहीं हो रही है।
रिश्तेदारों को बनाया मजदूर
शिकायतकर्ता ग्रामीणों ने बताया कि मनरेगा के सभी कार्यो में फर्जीमास्टर रोल रोल भरा गया है। डबरी निर्माण कार्य में सरपंच की पत्नी लक्ष्मनिया, पुत्र जगबली, भांजा वीर सिंह सड़क निर्माण में रोजगार सहायक की 70 वर्षीय दादी सुलतनिया बाई, चिकित्सक मनोज, समिति सदस्य के पुत्र व बहू के अलावा अन्य प्रतिष्ठित जनों के नाम बतौर मजदूर दर्ज किये गये वहीं प्रेरक राजेश साहू व पत्नी सुनिता साहू समेत सभी को खाते से मजूदरी की रकम बेखौफ जारी की गई।जबकि ग्रामीण दावा कर रहे हंै कि इन्होंने कभी भी निर्माण कार्यों में मजदूरी नहीं की है।

शिकायत मिली है। शिकायत के सभी बिंदुओं की जांच कराई जा रही है, जांच रिपोर्ट आने के बाद नियमानुसार कार्रवाई की जायेगी।
विजेन्द्र सिंह पाटले, एसडीएम सूरजपुर

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